दुरोव से ‘टेलीग्राम’ का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किए जाने के आरोपों को लेकर फ्रांस में पूछताछ की जा रही है. मैक्रों ने बृहस्पतिवार को यह भी कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी दुरोव फ्रांस आ रहे थे तथा सीईओ से मिलने की उनकी कोई योजना नहीं थी. दुरोव को 12 कथित अपराधों के सिलसिले में पिछले महीने शुरू की गई न्यायिक जांच के तहत शनिवार को पेरिस के बाहर ले बॉर्गेट हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया था.फ्रांसीसी अभियोजकों ने दुरोव को चार दिन की पूछताछ के बाद बुधवार को पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया. ‘टेलीग्राम’ का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किए जाने के आरोपों को लेकर उनसे यह पूछताछ की गई.
दुरोव को हिरासत में लिए जाने की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्षधर लोगों और सत्तावादी सरकारों ने आलोचना की है. पेरिस अभियोजक कार्यालय के एक बयान के अनुसार, मामले की जांच कर रहे न्यायाधीशों ने बुधवार रात प्रारंभिक आरोप दायर किए तथा दुरोव को 50 लाख यूरो जमानत राशि देने तथा सप्ताह में दो बार पुलिस थाने में हाजिरी लगाने का आदेश किया. उनके खिलाफ मंच का उपयोग बाल यौन शोषण सामग्री और मादक पदार्थों की तस्करी के लिए करने, धोखाधड़ी तथा संगठित अपराध से जुड़े लेनदेन को बढ़ावा देने समेत कई आरोप लगाए गए हैं. यह भी पढ़े : Reliance Jio AI Cloud Welcome Offer: रिलायंस जियो AI-क्लाउड वेलकम ऑफर का ऐलान, जानें आपको कब से मिलेगी 100 GB मुफ्त क्लाउड स्टोरेज
मैक्रों ने सर्बिया की यात्रा के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि फ्रांस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उद्यमियों की स्वतंत्रता का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि दुरोव को फ्रांस की नागरिकता देना ‘‘हमारे देश के लिए वैसे ही अच्छा’’ है, जैसे कि प्रसिद्ध खिलाड़ियों, कलाकारों और अन्य उन लोग को नागरिकता देना अच्छा होता है जो फ्रांस की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं और फ्रेंच सीखते हैं.