टोरंटो, नौ अप्रैल भारतीय ग्रैंडमास्टर दिब्येंदु बरूआ और प्रवीण ठिप्से यहां प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट में अब तक आर प्रज्ञानानंदा की अगुआई में देश के पांच खिलाड़ियों के प्रदर्शन से काफी प्रभावित हैं।
कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में चार दौर के खेल के बाद मंगलवार को आराम का दिन है। चार दौर के बाद पुरुष वर्ग में रूस के इयान नेपोमनियाची शीर्ष पर हैं। भारत के डी गुकेश संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं जबकि प्रज्ञानानंदा और विदित गुजराती संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं।
टूर्नामेंट में अब भी 10 दौर का खेल बाकी है। बरूआ का मानना है कि महिला वर्ग में टूर्नामेंट की सबसे कम रैंकिंग वाली और सबसे युवा खिलाड़ी बुल्गारिया की नुर्गयुल सेलिमोवा के खिलाफ पहली हार के बावजूद कोनेरू हंपी वापसी कर सकती हैं।
विश्वनाथन आनंद के बाद ग्रैंडमास्टर बनने वाले दूसरे भारतीय शतरंज खिलाड़ी और तीन बार के राष्ट्रीय चैंपियन बरूआ ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘विदित वापसी कर सकता है और गुकेश भी अच्छे अंक जुटा सकता है। मैं हंपी को अभी दौड़ से बाहर नहीं मानूंगा, उसमें क्षमता और जीतने की इच्छा शक्ति है, अगले कुछ दिनों में हमें इस बारे में पता चलेगा।’’
महिला वर्ग में आर वैशाली संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं जबकि हंपी डेढ़ अंक के साथ संयुक्त रूप से छठे स्थान पर फिसल गई हैं।
ग्रैंडमास्टर ठिप्से ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों के पास अच्छा मौका है।
उन्होंने कहा, ‘‘(हिकारू) नाकामूरा काफी प्रेरित नहीं है इसलिए भारतीय तिकड़ी के अलावा नेपामनियाची और फाबियानो करूआना के बीच मुकाबला है।’’
प्रज्ञानानंदा को लंबे समय से ट्रेनिंग दे रहे आरबी रमेश ने कहा कि इस 18 वर्षीय खिलाड़ी के लिए शुरुआत अच्छी रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि प्रज्ञानानंदा ने उस हार के बाद काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और मुझे लगता है कि वह गुकेश के खिलाफ बेहतर कर सकता था।’’
टूर्नामेंट के दौरान प्रज्ञानानंदा के साथ मौजूद नहीं रहने पर रमेश ने कहा कि यह फैसला सोच-समझकर लिया गया है।
महिला वर्ग में चीन की टैन झोंगयी ने शुरुआती बढ़त बना ली है। आर वैशाली उनसे एक अंक पीछे हैं जो प्रज्ञानानंदा की बड़ी बहन हैं।
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