जयपुर, 25 अप्रैल राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ नगर पालिका क्षेत्र में अतिक्रमण-रोधी अभियान के तहत एक प्राचीन मंदिर को कथित रूप से तोड़े जाने के मामले में भाजपा सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार मंदिर तोड़ने के लिए माफी मांगे और उसी स्थान पर मंदिर फिर से बनाया जाये।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘मंदिर तोड़े जाने के लिए राज्य सरकार माफी मांगे और उसी स्थान पर मंदिर बनवाया जाये। जिनके (निवासियों के) पास (मकानों के) अधिकृत पट्टे हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाये और उनके मकान बनवाये जायें।’’
उन्होंने कहा,‘‘जिन अधिकारियों ने बिना नोटिस दिये लोगों को प्रताड़ित किया है, उनकी न्यायिक जांच करवाई जाये और दोषी अधिकारियों को दंडित किया जाये।’’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां द्वारा मंदिर मामले की तथ्यात्मक जांच के लिए गठित दल में शामिल सांसद सुमेधानंद ने सोमवार को यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत की।
उन्होंने कहा कि तथ्यात्मक रिपोर्ट सोमवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनियां को सौंप दी गई।
उन्होंने सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के इस बयान पर कि '‘भगवा कपड़े पहने संन्यासी लोग झूठ बोलते हैं’’, पलटवार करते हुए कहा, ‘‘उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए..और उन्हें विचार करना चाहिए कि हमने तथ्यात्मक विषय पेश किये थे।’’
सुमेधानंद ने कहा कि राजगढ़ नगरपालिका के बोर्ड की बैठक कांग्रेस विधायक और पार्षद की उपस्थिति में आयोजित की गई और उसमें कांग्रेस पार्षद ने कहा कि केवल तीन दिन का नोटिस देकर उन मकानों को तोड़ दिया जाये.. अतिक्रमण को हटा दिया जाये.. जबकि बोर्ड के मूल प्रस्ताव में इन्हें चिह्नित करने के लिए कहा गया था।’’
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