नयी दिल्ली, 29 दिसंबर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कहा कि सरकार बुनियादी ढांचे को न केवल उन्नत और विस्तारित करके स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपना रही है, बल्कि चिकित्सा पेशेवरों की बढ़ रही मांग को पूरा करने के लिए और अधिक संस्थान भी बना रही है।
मांडविया ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दो ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ और एक ‘बीएसएल-3’ (जैव सुरक्षा स्तर-3)प्रयोगशाला की आधारशिला रखने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए लोगों की स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केंद्र एवं राज्यों के बीच सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा संबंधी प्रयासों में राज्यों को केंद्र सरकार के सहयोग का आश्वासन दिया।
मांडविया ने आंध्र प्रदेश के विभिन्न जिलों में सात एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि बीएसएल प्रयोगशाला, सात एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं और दो क्रिटिकल केयर ब्लॉक का संचालन शुरू हो जाने पर ये सुविधाएं राज्य के लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विदादाला रजनी भी शामिल हुए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ये सुविधाएं आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे को मजबूत करेंगी और स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में मदद करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार देश में स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे को न केवल उन्नत और विस्तारित करके स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपना रही है, बल्कि चिकित्सा पेशेवरों की मांग को पूरा करने के लिए अधिक मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज भी बना रही है।’’
मांडविया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि देश में एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) की संख्या बढ़कर 23 हो गई है तथा एमबीबीएस और नर्सिंग सीट की संख्या दोगुनी हो गई है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रजनी ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत दी गई नई सुविधाएं आंध्र प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने में मदद करेंगी।
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