गुरुग्राम, 25 दिसंबर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को प्रशासन में संवेदनशीलता और सहानुभूति के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने अधिकारियों से अपने पद को समाज के उत्थान और आम नागरिकों के सामने आने वाली चुनौतियों को कम करने के अवसर के रूप में देखने का आग्रह किया।
सैनी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशती के उपलक्ष्य में गुरुग्राम में आयोजित राज्य स्तरीय ‘सुशासन दिवस’ कार्यक्रम के दौरान यह टिप्पणी की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब कोई उनके कार्यालय में समस्या लेकर आता है, तो उन्हें इसे महज कागज के टुकड़े के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि व्यक्ति के दर्द और कठिनाई के प्रतीक के रूप में लेना चाहिए।
सैनी ने कहा, “अगर हम उस समस्या के पीछे की कहानी को समझ सकें, तो हम सुशासन की दिशा में अपने प्रयासों में वास्तव में सफल होंगे।”
मुख्यमंत्री ने ‘भारत रत्न’ से अलंकृत पंडित मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राष्ट्र के प्रति उनके उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार ने 2014 में लोकसेवा की जिम्मेदारी संभाली, तो सुशासन से सेवा की ओर बढ़ते हुए शासन में सुधार के लिए एक अभियान चलाया गया।
सैनी ने कहा कि ऐसे अभियान की सफलता नीयत, निष्ठा और नीति पर निर्भर करती है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने सुशासन की दिशा में अपनी यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की है और विभिन्न ई-गवर्नेंस पहल को अपनाकर पारदर्शिता सुनिश्चित की है।
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