गोवा में COVID-19 से लड़ने के लिए अब लिया जा रहा भगवान का सहारा, 'महामृत्युंजय' मंत्रोच्चार से मंदिरों में की जा रही हैं विशेष पूजा-अर्चना
कोरोना से जंग (Photo Credit- PTI)

पणजी, 1 अगस्त: गोवा में करोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामलों के बढ़ने के साथ राज्य के कुछ हिस्सों में इस महामारी के प्रकोप से बचने के लिये चिकित्सकों के साथ ही लोग भगवान का भी सहारा ले रहे हैं. इसके लिये महामृत्युंजय मंत्रोच्चार से लेकर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जा रही हैं. राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 5,900 से ऊपर पहुंच गए हैं. एक मई को कोविड-19 (Covid-19) ग्रीन जोन घोषित किए जाने के कुछ ही दिन बाद तटीय राज्य में मामले अचानक फिर से बढ़ने लगे.

राज्य की सबसे पुरानी क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने कहा है कि उसने वैश्विक महामारी के खिलाफ पूरे गोवा के मंदिरों में महामृत्युंजय मंत्र पाठ का आयोजन किया है. एमजीपी नेता और पार्टी विधायक सुदीन धावलिकर ने कहा कि राज्य के प्रत्येक मंदिर में इस मंत्र का एक लाख बार उच्चारण किया जाएगा. उन्होंने कहा, "हमने शुक्रवार को उत्तर गोवा में पोंडा तालुका के धावली गांव के वामनेश्वर मंदिर से यह शुरू किया."

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राज्य के पूर्व मंत्री ने कहा, "ऋग्वेद के एक भाग, महामृत्युंजय मंत्र में हमारे आस-पास की सभी नकारात्मक ऊर्जाओं को हटाने की शक्ति है. कोविड-19 ऐसी ही नकारात्मक ऊर्जा है जिसने इंसानों को प्रभावित किया है." दक्षिण गोवा जिले में, सांगुएम तालुका के नेत्रावली गांव के निवासी स्थानीय भगवान बेताल सतेरी के मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे हैं.

मंदिर के प्रमुख पुजारी कुश्ता वेलिप ने कहा, "हमारा मानना है कि कोविड-19 से छुटकारा पाने के लिए ईश्वरीय करिश्मे की जरूरत है. वैश्विक महामारी हर कहीं फैल रही है." गोवा में कोविड-19 मरीजों की संख्या शुक्रवार को 5,913 हो गई थी जबकि संक्रमण से मरने वालों की संख्या 45 है.

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