पणजी, 30 मई गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार को राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य सरकार के पुनर्निर्मित प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया। इसे ‘मंत्रालय’ नाम दिया गया है।
सावंत ने कहा कि भवन को अगले 50 वर्षों के लिए राज्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नया रूप दिया गया है।
राज्य सरकार ने राजधानी पणजी से तीन किलोमीटर दूर पोरवोरिम में मौजूदा मंत्रिस्तरीय ब्लॉक भवन का नवीनीकरण किया है, जो नवीनतम सुविधाओं से लैस है।
पूर्व में पुर्तगाली उपनिवेश रहा गोवा 1961 में भारत का हिस्सा बना और इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया, जिसमें दमन और दीव भी शामिल थे।
वर्ष 1987 में 30 मई को यह एक पूर्ण राज्य बना। यह क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा राज्य और एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है।
पुनर्निर्मित प्रशासनिक परिसर के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सावंत ने कहा कि ‘मंत्रालय’ भवन में मुख्यमंत्री कार्यालय, कैबिनेट मंत्रियों के कार्यालय और एक सम्मेलन कक्ष होगा।
उन्होंने कहा कि इमारत की आंतरिक सज्जा राज्य की समृद्ध संस्कृति को दर्शाती है, जिसे भगवान परशुराम की भूमि के रूप में भी जाना जाता है।
सावंत ने कहा कि भगवान गणपति, भगवान श्रीकृष्ण और भगवान विष्णु की मूर्तियां भी इमारत की अंदरूनी सज्जा का हिस्सा हैं।
राज्य का दर्जा मिलने की 36वीं वर्षगांठ पर गोवा के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ण राज्य बनने के बाद से गोवा ने प्रगति की है।
उन्होंने कहा कि 2014 में केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से गोवा में तेजी से प्रगति हुई है।
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