शाह ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनाव को कुछ लोग विधायक बनने, मंत्री बनने की सीढ़ी का और कुछ लोग इस चुनाव को अपने राजनीतिक भविष्य से जोड़ते हैं मगर यह चुनाव उप्र का भविष्य निश्चित करने का चुनाव है, प्रदेश को आगे ले जाने का चुनाव है।
उन्होंने दावा किया कि मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) व योगी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) ने कोरोना में उप्र को सुरक्षित करने का काम किया । मोदी-योगी की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पहले उप्र देश की सातवें नंबर की अर्थव्यवस्था थी लेकिन आज यह दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था है। उन्होंने अपील की कि एक मौका भाजपा को और दे दीजिए, पांच साल में उप्र देश में पहले स्थान पर होगा।
शाह ने मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों का सिलसिलेवार जिक्र करते हुए कहा कि अखिलेश सरकार में विकास नहीं सिर्फ दंगे हुए हैं, जबकि मोदीजी-योगीजी की डबल इंजन की सरकार में विकास हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश को बदलने और विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है, अकेले बागपत में ही 3400 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए गए हैं। गंगा एक्सप्रेस वे, ईस्टर्न बुंदेलखंड हो या उत्तर प्रदेश हरियाणा को जोड़ने वाला पुल हो।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि 'अखिलेश बाबू जरा कान खोलकर सुन लो, उत्तर प्रदेश के एक करोड़ 82 लाख घरों में बिजली नहीं थी, दो करोड़ घरों में शौचालय की व्यवस्था नहीं थी, 82 लाख गरीबों को घर, एक करोड़ 80 लाख बहनों को गैस सिलिंडर प्रधानमंत्री मोदी ने दिया। उन्होंने कहा कि बुआ-भतीजे की सरकार 15 साल चली, लेकिन गरीबों के घर में कुछ नहीं आया।
शाह ने कहा कि ये जात-पात की बात कर लोगों को गुमराह करते हैं, लेकिन आने वाले दिनों में माफिया राज चलेगा या फिर कानून का राज होगा यह आपको तय करना है।
इससे पहले अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत महान पार्श्व गायिका लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देकर की।
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