नयी दिल्ली, 10 जून उच्च शिक्षा में सकल पंजीकरण अनुपात (जीईआर) पिछले पांच साल में 11 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है वहीं इसी अवधि में पढ़ाई के लिए महिलाओं का पंजीकरण 18 फीसद से अधिक बढ़ा है। उच्च शिक्षा के अखिल भारतीय सर्वेक्षण (एआईएसएचई), 2019-20 में यह बात सामने आई है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में 2015-16 से 2019-20 की अवधि में विश्वविद्यालयों की संख्या 30.5 प्रतिशत बढ़ी है, वहीं इसी अवधि में उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले कॉलेजों की संख्या करीब 8.4 प्रतिशत बढ़ी है।
सर्वेक्षण में कुल 1,019 विश्वविद्यालय, 39,955 कॉलेज और 9,599 अन्य संस्थानों ने भाग लिया। इसमें देश में उच्च शिक्षा की मौजूदा स्थिति पर प्रमुख संकेतकों का उल्लेख किया गया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट किया, ‘‘2019-20 में सकल पंजीकरण अनुपात या उच्च शिक्षा में पंजीकरण कराने वाले पात्र आयु समूह के विद्यार्थियों का प्रतिशत 27.1 है, जिसमें 2018-19 (26.3 प्रतिशत) तथा 2014-15 (24.3 प्रतिशत) से वृद्धि दर्ज की गयी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देश में शिक्षण संस्थानों की अत्यधिक वृद्धि देखी है। 2015-16 में देश में विश्वविद्यालयों की संख्या 799 थी जो 2019-20 में 30.5 प्रतिशत बढ़कर 1,043 हुई। 2015-16 में देश में कॉलेजों की संख्या 39,071 थी जो 2019-20 में 8.4 प्रतिशत बढ़कर 42,343 हुई।’’
देश में सर्वाधिक छात्र पंजीकरण उत्तर प्रदेश में दर्ज किया गया जहां 49.1 प्रतिशत छात्रा और 50.9 फीसदी छात्राएं हैं।
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