G20 Summit: जी20 समिट में 'नई दिल्ली लीडर्स घोषणापत्र' को मिली मंजूरी, ये हैं इसके 5 पॉइंट
पीएम मोदी ने कहा कि एक अच्छी खबर मिली है, हमारी टीम की कड़ी मेहनत और सभी के सहयोग से नई दिल्ली G20 नेतृत्व घोषणा पर सहमति बन गई है. मैं इसे अपनाए जाने का ऐलान करता हूं.
नयी दिल्ली, 9 सितंबर: पीएम मोदी ने कहा कि एक अच्छी खबर मिली है, हमारी टीम की कड़ी मेहनत और सभी के सहयोग से नई दिल्ली G20 नेतृत्व घोषणा पर सहमति बन गई है. मैं इसे अपनाए जाने का ऐलान करता हूं. इस अवसर पर, मैं अपने शेरपा, मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और इसे संभव बनाया.
New Delhi Leaders Declaration निम्नलिखित पर केंद्रित है
- Strong, Sustainable, Balanced, and Inclusive Growth
- Accelerating Progress on SDGs
- Green Development Pact for a Sustainable Future
- Multilateral Institutions for the 21st Century
- Reinvigorating Multilateralism
जी20 शिखर सम्मेलन के लिए यहां एकत्र हुए दुनिया के शीर्ष नेताओं ने जलवायु मोर्चे सहित विश्व के समक्ष मौजूद विभिन्न चुनौतियों से निपटने की तत्काल आवश्यकता होने का आह्वान किया. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि जी20 नेता वित्तीय संकट के बाद वैश्विक विकास को बहाल करने के लिए 15 साल पहले पहली बार एक साथ आए थे. VIDEO: G20 में शामिल हुआ अफ्रीकन यूनियन, सभी सदस्य देशों ने स्वीकार किया PM मोदी का प्रस्ताव
उन्होंने कहा, ‘‘हम (अब) अत्यधिक चुनौतियों वाले समय में मिल रहे हैं - दुनिया नेतृत्व प्रदान करने के लिए एक बार फिर जी20 की ओर देख रही है. मेरा मानना है कि हम मिलकर इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं.’’ ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने कहा कि उनके देश की जी20 अध्यक्षता के दौरान जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक मुहिम के लिए एक कार्य बल बनाया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हम शमन, अनुकूलन, हानि और क्षति तथा वित्तपोषण के बीच संतुलित जलवायु एजेंडे के साथ, ग्रह की स्थिरता और लोगों की गरिमा सुनिश्चित करते हुए 2025 में ‘सीओपी 30’ तक पहुंचना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा कि ब्राजील को इसमें हर किसी की भागीदारी की उम्मीद है ताकि पृथ्वी की सुंदरता केवल ‘अंतरिक्ष से ली गई तस्वीर’ न रह जाए. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि जी20 ने अफ्रीकी संघ को समूह के सदस्य के रूप में स्वीकार कर लिया है.’’
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर वैश्विक पुनर्निर्माण, निम्न-कार्बन का लक्ष्य हासिल करने, जलवायु परिवर्तन से निपटने और टिकाऊ समाज बनाने की ओर बढ़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि विकासशील अर्थव्यवस्थाएं, इस संकट के लिए सबसे कम जिम्मेदार होने के बावजूद जलवायु परिवर्तन का खामियाजा भुगत रही हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अफ्रीकी और अन्य विकासशील अर्थव्यवस्था वाले देशों के रूप में, हमें गरीबी, असमानता और बेरोजगारी जैसी महत्वपूर्ण चुनौतियों के बीच अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का बोझ उठाना पड़ता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका सतत विकास के लिए उन्नत और विस्तारित वैश्विक साझेदारी का आह्वान करता है.’’ उन्होंने कहा कि इसे विकास के लिए वित्तपोषण पर अदीस अबाबा कार्रवाई एजेंडा में उल्लिखित ठोस नीतियों और कार्यों द्वारा समर्थित किया जाना चाहिए.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि जी20 देशों के नेताओं और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ शामिल होने से पहले ‘‘हमने एक सामूहिक तस्वीर खिंचवाई.’’ तस्वीर की पृष्ठभूमि में वह पहिया है जो कोणार्क सूर्य मंदिर का प्रतीक है, जो यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है.
यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन मानव निर्मित है. उन्होंने कहा, ‘‘तो इसका मतलब है कि हम इसका समाधान कर सकते हैं. इसके लिए हमें नवाचार, हरित प्रौद्योगिकियों में निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता और ऊर्जा दक्षता की आवश्यकता है. इसके लिए अधिक निवेश की आवश्यकता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जी20 में, मैंने नेताओं को वैश्विक कार्बन मूल्य निर्धारण के आह्वान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. अधिक खंडित दुनिया में, वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक मंच के रूप में जी20 की भूमिका महत्वपूर्ण है. इसलिए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में दिल्ली शिखर सम्मेलन महत्वपूर्ण साबित होगा.’’ उन्होंने कहा कि इसे सफल बनाने के लिये यूरोपीय संघ हर संभव प्रयास करेगा.
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