देश की खबरें | आम नागरिकों की स्वतंत्रता नहीं छीनी जानी चाहिए : सिद्दीकी कप्‍पन की बेटी ने कहा

मलाप्पुरम (केरल), 15 अगस्त देशवासियों द्वारा 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने के बीच मलयाली पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की नौ वर्षीय बेटी ने कहा कि आम नागरिकों की स्वतंत्रता नहीं छीनी जानी चाहिए। कप्पन हाथरस षडयंत्र मामले में गैरकानूनी गतिविधियां कानून तहत जेल में बंद हैं।

नौ वर्षीय बच्ची ने सोमवार को अपने स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, "मैं एक पत्रकार की बेटी हूं जिन्हें सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध मूल नागरिक अधिकारों से वंचित कर जेल में बंद कर दिया गया है।’’ इस भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

बच्ची ने करीब दो मिनट के अपने भाषण में कहा कि प्रत्येक भारतीय को यह तय करने का विकल्प है कि उसे क्या बोलना है, क्या खाना है या किस धर्म को मानना ​​है। उसने कहा कि यह सब महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, भगत सिंह और अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों और बलिदानों के कारण संभव हो सका है।

उसने कहा, "उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए, मेरा अनुरोध है कि आम नागरिकों की स्वतंत्रता और अधिकारों को नहीं छीना जाना चाहिए।’’ उसने यह भी कहा कि भारत का गौरव किसी के सामने नहीं झुकना चाहिए।

बच्ची ने कहा कि देश में अब भी अशांति है क्योंकि यह धर्म, रंग या राजनीति के आधार पर हिंसा से स्पष्ट है तथा इसे "प्यार और एकता के साथ जड़ से उखाड़ फेंका जाना चाहिए।’’ उसने कहा, ‘‘भारत अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस विशेष मौके पर, गर्व और अधिकार के साथ एक भारतीय के रूप में, मैं भारत माता की जय कहना चाहूंगी।"

मलयाली समाचार पोर्टल ‘अझीमुखम’ के संवाददाता और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स की दिल्ली इकाई के सचिव कप्पन को अक्टूबर 2020 में तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। कप्पन उस वक्त 19 साल की एक दलित लड़की की बलात्कार के बाद अस्पताल में मौत के मामले की रिपोर्टिंग करने के लिए हाथरस जा रहे थे।

पुलिस का आरोप है कि वह कानून-व्यवस्था खराब करने के लिए हाथरस जा रहे थे। उन पर पीएफआई से जुड़े होने का भी आरोप है।

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