जरुरी जानकारी | विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 633 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. विदेशी मुद्रा भंडार में यह वृद्धि मुख्य तौर पर विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) होल्डिंग में वृद्धि से हुई है। आरबीआई ने कहा कि आलोच्य सप्ताह में भारत की एसडीआर हिस्सेदारी 17.866 अरब डॉलर से बढ़कर 19.407 अरब डॉलर पर पहुंच गई।

विदेशी मुद्रा भंडार में यह वृद्धि मुख्य तौर पर विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) होल्डिंग में वृद्धि से हुई है। आरबीआई ने कहा कि आलोच्य सप्ताह में भारत की एसडीआर हिस्सेदारी 17.866 अरब डॉलर से बढ़कर 19.407 अरब डॉलर पर पहुंच गई।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) अपने सदस्यों को बहुपक्षीय ऋण देने वाली एजेंसी में उनके मौजूदा कोटा के अनुपात में सामान्य एसडीआर का आवंटन करता है। एसडीआर हिस्सेदारी किसी देश के विदेशी मुद्रा भंडार घटकों में से एक है और काफी महत्वपूर्ण है।

आरबीआई के अनुसार इससे पहले 20 अगस्त, 2021 को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.47 अरब डॉलर घटकर 616.895 अरब डॉलर रह गया था। विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां अहम हिस्सा होती है। आलोच्य सप्ताह के दौरान यह 1.409 अरब डॉलर घटकर 571.6 अरब डॉलर रह गई, जो समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है।

डॉलर के लिहाज से बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है।

इस दौरान स्वर्ण भंडार 19.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.441 अरब डॉलर हो गया। वहीं देश का आईएमएफ के पास आरक्षित भंडार 1.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.11 अरब डॉलर हो गया।

जतिन

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