नयी दिल्ली, 22 दिसंबर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम को मॉरीशस की प्रगति और समृद्धि के लिए भारत की प्रतिबद्धता के बारे में अवगत कराया है।
मिस्री ने मॉरीशस की तीन दिवसीय यात्रा की, जो द्वीपीय राष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद नई दिल्ली और पोर्ट लुईस (मॉरीशस की राजधानी) के बीच पहली उच्चस्तरीय वार्ता थी।
विदेश सचिव ने राष्ट्रपति धरमबीर गोखूल, प्रधानमंत्री रामगुलाम, उप प्रधानमंत्री पॉल बेरेंजर, विदेश मंत्री धनंजय रामफुल और मॉरीशस के कई नेताओं तथा अधिकारियों से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, मॉरीशस के प्रधानमंत्री के साथ अपनी बैठक में मिस्री ने उन्हें चुनाव में जीत के लिए बधाई दी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें दोबारा भारत आने का निमंत्रण दिया।
रामगुलाम के चार-दलीय गठबंधन ने पिछले महीने उस देश में हुए चुनावों में भारी जीत दर्ज की थी।
विदेश मंत्रालय ने रविवार को मिस्री की द्वीपीय देश की यात्रा के समापन पर कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की तथा विदेश सचिव ने दोनों देशों के बीच विशेष एवं घनिष्ठ साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मार्गदर्शन मांगा।’’
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘विदेश सचिव ने मॉरीशस के विकास, प्रगति और समृद्धि के प्रति भारत की निरंतर प्रतिबद्धता से अवगत कराया।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘मिस्री आप्रवासी घाट भी गये, जो भारत और मॉरीशस के बीच सदियों पुराने संबंधों को दर्शाता है।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मिस्री की यात्रा से इस बात का पता चलता है कि भारत मॉरीशस के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है।
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