देश की खबरें | जूनागढ़ में बाढ़ का पानी उतरा, 3,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया; गुजरात के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी

अहमदाबाद, 23 जुलाई मूसलाधार बारिश से जूझ रहे जूनागढ़ जिले से रविवार को बाढ़ का पानी उतरने के बाद अब पूरा ध्यान जीवन को पटरियों पर वापस लाने पर है। अधिकारियों ने बताया कि जिले के करीब 3,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को गुजरात के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया और कहा कि 24 जुलाई को राज्य में ‘‘भारी से अति भारी बारिश की आशंका है।’’

मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में कुछ जगहों पर भारी से अति भारी बारिश की आशंका है और देवभूमि द्वारका, राजकोट, भावनगर और वलसाड जिलों में अगले 24 घंटों में अत्यंत मूसलाधार वर्षा हो सकती है।

अधिकारियों ने बताया कि जूनागढ़ शहर में रविवार सुबह छह बजे तक पिछले 24 घंटों में 241 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। मूसलाधार बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव हो गया है, कारें क्षतिग्रस्त होकर एक-दूसरे पर चढ़ गई हैं और अचानक आयी बाढ़ के कारण मवेशियों के शव/कंकाल बहकर सामने आ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण शनिवार को गुजरात में दो राष्ट्रीय राजमार्ग, 10 राजकीय राजमार्ग और 300 ग्रामीण सड़कें बंद थीं। उन्होंने बताया कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद कई जगहों पर यातायात सामान्य हो गया है।

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल में हुई अति भारी वर्षा के कारण उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से बातचीत की।

जूनागढ़ के कलेक्टर अनिल राणावसिया ने कहा, ‘‘बारिश बंद होने के बाद शहर से पानी उतर गया है। करीब 200 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है और शहर के निचले इलाकों से 750 लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से 2,220 लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।’’

उन्होंने बताया कि बिजली आपूर्ति फिर से बहाल करने का काम लगभग पूरा हो चुका है और शिविरों में रहने वालों को भोजन के पैकेट दिए जा रहे हैं।

राणावसिया ने कहा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और दमकल विभाग जीवन को पटरी पर वापस लाने में जुटे हैं।

कलेक्टर ने कहा, ‘‘हमारा मुख्य ध्यान शहर की स्वच्छता पर है। जूनागढ़ शहर में करीब 600 सफाइकर्मी हैं और हम अन्य जिलों से 400 और सफाइकर्मियों को बुला रहे हैं। ऐसे में आज हमारा पूरा ध्यान शहर को साफ करने और जीवन को पटरी पर वापस लाने पर है।’’

उन्होंने बताया कि कुछ क्षेत्रों में बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुए और बाढ़ के पानी में बहे वाहनों को हटाने के लिए क्रेन और आवासीय क्षेत्रों में जमा पानी को निकालने के लिए पंप का उपयोग किया जा रहा है।

राज्य आपात अभियान केन्द्र (एसईओसी) ने कहा कि रविवार को भावनगर, राजकोट, जामनगर, बोटाद, सूरत और भरूच जिलों के कुछ हिस्सों में सुबह 10 बजे तक चार घंटों में 50 से 117 मिमी बारिश हुई है।

केन्द्र के अनुसार, जिले के भावनगर तालुका में रविवार सुबह 10 बजे तक चार घंटों में 17 मिमी बारिश हुई है।

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