मुंबई, 18 जनवरी शहर पुलिस ने 74 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक के हस्ताक्षर की नकल करने और किसी अन्य व्यक्ति की तस्वीर का उपयोग कर विले पार्ले स्थित जमीन में उनका हिस्सा बेच दिए जाने के दस्तावेज तैयार करवाने के मामले में एक रियल एस्टेट व्यावसायी और एक कंपनी के निदेशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि शिकायतकर्ता जेरोम डि’सूजा ने इस संबंध में पुलिस और मजिस्ट्रेट अदालत में शिकायत की , जिसके बाद शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धोखाधड़ी और ठगी से जुड़ी विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि प्राथमिकी के अनुसार, देवेन राघनी, नयनेश पारिख और एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशकों ने डि’सूजा के हस्ताक्षर की नकल की और उनके नाम पर किसी अन्य व्यक्ति की तस्वीर का उपयोग कर ‘सौदे का दस्तावेज’ बनाया कि उन्होंने जमीन में अपनी 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है।
हवाई अड्डे थाने के एक अधिकारी ने बताया कि राघनी के खिलाफ मुंबई में ऐसे ही कई मामले लंबित हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस प्राथमिकी में नामजद आरोपियों के भूमिका की जांच कर रही है।
वहीं, राघनी ने कहा कि डि’सूजा द्वारा उनपर लगाए आरोप झूठे और निराधार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 2008 में उनके भतीजे एल. एन. डि’सूजा से यह जमीन खरीदी थी, लेकिन उसने बाद में सौदा रद्द कर दिया। हमने एल. एन. डि’सूजा को नौ लाख रुपये का भुगतान किया था। हम प्राथमिकी रद्द कराने के लिए अदालत जाएंगे।’’
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