इंदौर, सात जुलाई मध्यप्रदेश के सीधी कांड की पृष्ठभूमि में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ बनाए गए अलग-अलग कार्टून वाली पोस्ट को सोशल मीडिया पर साझा करके विद्वेष फैलाने के आरोप में जनजातीय समुदाय के एक नेता और एक पत्रकार के खिलाफ शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि स्थानीय अभिभावक और संघ कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह अलावा की शिकायत पर आदिवासी नेता लोकेश मुजाल्दा और पत्रकार अभिषेक ए. के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि यह मामला भारतीय दंड विधान की धारा 153-ए (दो समूहों के बीच वैमनस्य फैलाना), धारा 504 (सार्वजनिक शांति भंग करने के लिए लोगों को भड़काने की नीयत से किसी व्यक्ति का जान-बूझकर अपमान), धारा 505 (दो) (विभिन्न वर्गों में विद्वेष पैदा करने वाले कथन) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के एक संबद्ध प्रावधान के तहत दर्ज किया गया है।
प्राथमिकी में आरोप है कि मुजाल्दा और अभिषेक ने सीधी कांड की पृष्ठभूमि में क्रमश: फेसबुक और ट्विटर पर अलग-अलग कार्टून के साथ पोस्ट साझा की जिसमें एक व्यक्ति को संघ के गणवेश में आपत्तिजनक रूप से साजिशन चित्रित किया गया ताकि इस संगठन की छवि धूमिल की जा सके और इसका अपमान किया जा सके।
एमजी रोड पुलिस थाने के प्रभारी संतोष सिंह ने बताया कि इस प्राथमिकी में लगाए गए आरोपों की विस्तृत छानबीन की जा रही है और जांच के बाद उचित कदम उठाया जाएगा।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पत्रकार अभिषेक ने ट्वीट किया,‘‘मित्रों, सीधी वाली घटना को लेकर एक कार्टून मैंने शेयर किया था। कार्टून से कुछ मित्रों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसलिए कार्टून को डिलीट कर दिया है और माफी चाहता हूं। किसी का दिल दुखाने का कोई इरादा नहीं।’’
इस बीच, भाजपा के विधि प्रकोष्ठ की इंदौर इकाई के संयोजक निमेष पाठक ने बताया कि उन्होंने लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ शहर के छोटी ग्वालटोली पुलिस थाने में शिकायत की है।
पाठक ने आरोप लगाया कि राठौर ने सीधी कांड की पृष्ठभूमि में ट्विटर पर संघ के खिलाफ आपत्तिजनक कार्टून साझा किया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल उनकी शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
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