पणजी, 15 अप्रैल लॉकडाउन के कारण विभिन्न पोतों पर फंसे गोवा के निवासियों के परिजन उन्हें तत्काल वापस लाने की मांग को लेकर यहां बुधवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के घर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों में सभी महिलाएं थीं और उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को सुबह सावंत से मुलाकात की लेकिन बाद में उन्होंने भूख हड़ताल वापस लेने के अनुरोध को यह कहकर ठुकरा दिया कि मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन से वे संतुष्ट नहीं है।
हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों में से एक जीना परेरा दक्षिण गोवा जिले के वारका गांव की निवासी हैं और उनके पति रॉयल कैरिबियन सिम्फनी के पोत पर काम करते हैं जिसके क्रू के एक सदस्य की कोविड-19 से मौत हो गई थी।
हिरासत में लिए जाने से पहले परेरा ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मामले को प्रधानमंत्री के संज्ञान में लाने के लिए प्रदर्शन किया।
परेरा ने बताया कि बुधवार को उन्होंने सावंत से मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा, “लेकिन मैं मुलाकात से खुश नहीं हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामला केंद्र के अधीन है। अगर प्रधानमंत्री निर्णय लेंगे तो मामले को उनके संज्ञान में लाने के लिए भूख हड़ताल के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।”
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सात हजार से दस हजार भारतीय विभिन्न पोतों पर समुद्र में फंसे हुए हैं।
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