मुंबई, 14 जनवरी पुलिस ने मुंबई के घाटकोपर में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर ऋण बकाए के भुगतान के नाम पर कथित रूप से लोगों को ठगने के मामले में छह महिलाओं और पांच पुरुषों को गिरफ्तार किया है।
एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि 61 साल के एक मुंबई निवासी की शिकायत के आधार पर जांच के बाद पुलिस ने सोमवार को कॉल सेंटर पर छापा मारा और परिसर से 132 सिम कार्ड, 11 कम्प्यूटर और सात मोबाइल फोन बरामद किए।
शिवाजी पार्क पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह कॉल सेंटर पिछले साल अप्रैल से काम कर रहा था और आरोपी कोविड-19 वैश्विक महामारी का फायदा उठाकर उन लोगों को कथित रूप से ठग रहे थे, जिन्होंने बैंकों और अन्य वित्तीय कंपनियों से ऋण लिया है।
अधिकारी ने बताया कि ये लोग उन कंपनियों के कर्मी बनकर उधार लेने वालों को फोन करते थे और उन्हें बकाया राशि की तुलना में बेहद कम राशि लेकर ऋण का निपटान करने का प्रस्ताव देते थे।
एक शिकायतकर्ता ने पिछले महीने पुलिस में शिकायत की कि उससे 39,200 रुपए ठगे गए हैं।
शिकायकर्ता के अनुसार, उसने लॉकडाउन के कारण आमदनी कम होने पर अपने ऋण के भुगतान को स्थगित करने का अनुरोध किया था। पिछले साल नंवबर में एक व्यक्ति ने उसे फोन करके 34,000 रुपए के उसके ऋण भुगतान को 17,000 रुपए में निपटाने का प्रस्ताव रखा। शिकायतकर्ता के इस पर राजी हो जाने के बाद आरोपी ने राशि एकत्र करने के लिए एक व्यक्ति उसके घर भेजा।
इसी तरह शिकायतकर्ता ने आरोपी को एक और ऋण के 1.4 लाख रुपए के बकाए के भुगतान को निपटाने के लिए 21,700 रुपए दिए।
पिछले महीने उस वित्तीय कंपनी का प्रतिनिधि शिकायतकर्ता के घर आया, जिससे उसने ऋण लिया था और कंपनी के प्रतिनिधि ने उससे ऋण के बकाए का भुगतान करने को कहा।
अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने उसे ऋण के निपटान का पत्र दिखाया, जिसके बाद यह पता चला कि यह पत्र फर्जी था।
उन्होंने बताया कि पुलिस शिकायतकर्ता से धन लेने वाले एक आरोपी को पकड़ने में कामयाब रही और आरोपी से मिली जानकारी के आधार पर कॉल सेंटर पर छापा मारकर 10 अन्य लोगों को पकड़ा गया।
पुलिस ने बतया कि आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)