मुंबई, 16 जून भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच अखबार में प्रकाशित एक विज्ञापन को लेकर वाकयुद्ध के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राष्ट्र निर्माण के एजेंडे से भटकने के खिलाफ शुक्रवार को आगाह किया।
फडणवीस ने ‘एमआईटी-स्कूल ऑफ गवर्नेंस’ द्वारा आयोजित पहले राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर यह बात कही। इस सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारी और देशभर के लगभग 2,000 विधायक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अधिक लोकप्रिय बताने वाले अखबार के एक विज्ञापन को लेकर उठे विवाद के बीच फडणवीस ने कहा, ‘‘मैंने देखा है कि अक्सर मीडिया हमारे लिए एजेंडा तय करता है। हम मीडिया के सामने आने के लिए इतने उतावले हो जाते हैं कि हम अपना एजेंडा ही भूल जाते हैं।’’
उन्होंने सम्मेलन में भाग लेने वाले विधायकों से कानून बनाने और राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के एजेंडे से विचलित नहीं होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सदियों पहले लोकतंत्र ने भारत में जड़ें जमा ली थीं और आज भी फल-फूल रहा है, क्योंकि 140 करोड़ लोगों का देश अपने प्रतिनिधियों को चुनने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों में भाग लेता है।
फडणवीस ने कहा, ‘‘लोकतंत्र हर भारतीय के खून में है, यह हमारे मूल्यों में झलकता है। हम अपने छोटे-छोटे मतभेदों को दूर रख सकते हैं और देश की उन्नति के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।’’
विवादास्पद विज्ञापन पर विवाद के दो दिन बाद, फडणवीस और शिंदे ने बृहस्पतिवार को पालघर जिले में एक सरकारी समारोह में शामिल होने के लिए एक साथ यात्रा की थी।
फडणवीस ने कहा कि उनका शिंदे के साथ एक मजबूत रिश्ता है, जो अटूट है।
उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘यह फेविकोल का जोड़ है, टूटेगा नहीं। आप कितनी भी कोशिश कर लें।’’
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