नयी दिल्ली, 25 सितंबर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम देश की संरचना और व्यवहार को बदलने के माध्यम के रूप में सत्ता की राजनीति और आतंकवाद के इस्तेमाल की भूमिका पर सवाल उठाते हैं।
राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि कट्टरपंथी और आतंकवादी समूहों को पाकिस्तान के समर्थन के बारे में भारत की चिंताओं को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बोध होने लगा है।
पाकिस्तान पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अशांति की स्थिति का कारण ‘‘आक्रामक रूपरेखा’’ और गैरजिम्मेदार देशों द्वारा उनके नियंत्रण से बाहर के तत्वों को सक्रियता से किया जा रहा समर्थन है।
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद कैसे अस्थिरता फैला सकता है और हिंसक कट्टर ताकतों की खतरनाक प्रवृत्ति कैसे सब कुछ सामान्य दिखाकर वैधता हासिल करने के प्रयास करती हैं, इसे आज दुनिया देख रही है।’’
रक्षा मंत्री ने कहा कि सभी जिम्मेदार देशों को अब यह एहसास हो गया है कि सामूहिक चुनौतियों के खिलाफ उन्हें साथ आने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘अफगानिस्तान के हाल के घटनाक्रमों ने हमारे समय की सच्चाई को मजबूत किया है। उभरती भू-राजनीति को लेकर निश्चितता सिर्फ उसकी अनिश्चितता ही है। देशों की सीमाओं में बदलाव आज बार-बार नहीं हो सकता है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘हालांकि देशों की संरचना में हो रहे तेजी से बदलाव और इसपर बाहरी ताकतों के पड़ सकने वाला प्रभाव साफ झलकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह घटनाएं देश की संरचनाओं और व्यवहार को बदलने के उपकरण के रूप में सत्ता की राजनीति और आतंकवाद के इस्तेमाल की भूमिका पर सवाल उठाते हैं।’’
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