जयपुर, 24 जुलाई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राज्य के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए रविवार को कहा कि सभी राजनीतिक दलों के प्रयास से ही यह राष्ट्रीय परियोजना बन पाएगी।
गहलोत रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर ईआरसीपी पर सर्वदलीय बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ईआरसीपी राज्य के 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई के वास्ते पानी उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और राज्य सरकार इन जिलों में पानी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विषय राजनीति से परे है। सरकार इसमें किसी भी तरह से राजनीति नहीं कर रही है। इसीलिए राज्य हित में सभी दलों को मिलकर राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने के प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसमें राज्य सरकार द्वारा अपने सीमित संसाधनों से कार्य कराए जाते हैं तो अधिक समय लगेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र से राशि मिलेगी तभी यह परियोजना समय से पूरी हो सकेगी और जनता को पानी मिलेगा।
बैठक में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी.पी. जोशी ने कहा कि जल जीवन मिशन की सफलता के लिए ईआरसीपी बेहद जरूरी है, ऐसा नहीं होने पर सारा पैसा व्यर्थ चला जाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय जलशक्ति मंत्री की महत्वपूर्ण भूमिका है और वह राज्य हित में अपने अधिकारों का पूर्ण उपयोग करते हुए तकनीकी कमियों को पूरा कराने के लिए नियमों में संशोधन कराएं।
बैठक में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह, जल संसाधन राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक रामलाल शर्मा ने भी विचार रखे।
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