जयपुर, चार जनवरी जयपुर के सवाईमान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिजनों ने कथित रूप से नर्सिंग कर्मचारी से मारपीट की और वार्ड में तोड़फोड़ की। मारपीट की घटना से नाराज अस्पताल के नर्सिंग कर्मचारियों ने सोमवार को काम बहिष्कार किया जिससे अस्पताल की सेवाएं कुछ घंटों के लिये बाधित हुई।
इस संबंध में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और अस्पताल अधीक्षक डॉ राजेश शर्मा द्वारा नर्सिंग कर्मचारियों को उनकी अन्य मांगों को मानने का आश्वासन दिए जाने के बाद वे काम पर लौटे।
अशोक नगर थानाधिकारी सुरेन्द्र सैनी ने बताया कि तीन दिन पूर्व एक सड़क हादसे में घायल हुए व्यक्ति को अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया था जिसकी रविवार रात को मौत हो गई थी। उसके परिजनों और रिश्तेदारों ने सोमवार तड़के अस्पताल के एक नर्सिंग कर्मचारी के साथ मारपीट की और वार्ड में तोड़फोड़ की।
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व मृतक के परिवार के एक सदस्य की ट्रॉमा सेंटर के सफाई कर्मी के साथ कहासुनी हो गई थी। मरीज की मौत के बाद नाराज परिजनों ने गुस्से में सोमवार को नर्सिंग कर्मचारी के साथ मारपीट की। उन्होंने बताया कि तीन लोगों गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश की जा रही है।
नर्सिंग एसोशिएशन के अध्यक्ष प्यारे लाल चौधरी के नेतृत्व में नर्सिंग कर्मचारियों ने काम का बहिष्कार किया और अस्पताल के अधीक्षक के कमरे के सामने प्रदर्शन किया।
चौधरी ने कहा, ‘‘न्यूरोसर्जरी वार्ड के नर्सिंग कर्मचारी मुनीराज मीणा को आरोपियों ने बुरी तरह पीटा। मरीज को पूर्व में इस वार्ड में भर्ती करवाया गया था जिसे बाद में आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया था जहां रविवार रात उसकी मौत हो गई। हमने घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही के साथ साथ वार्ड में सीसीटीवी कैमरा, नर्सिंग कर्मचारियों की सुरक्षा मजबूत करने और अशोक नगर थाने की एक चौकी अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में स्थापित करने करने की मांग की है।’’
उन्होंने कहा कि अधीक्षक के आश्वासन के बाद कर्मचारी काम पर लौट आये है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में चिकित्साकर्मी, नर्सिंगकर्मी या किसी भी मेडिकल स्टाफ के साथ बदसलूकी और मारपीट जैसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही करने के सख्त निर्देश भी दिए हैं।
चिकित्सा मंत्री ने एसएमएस अधीक्षक डॉ राजेश शर्मा ने बातचीत कर उन्हें इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए समस्त आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही मारपीट की घटनाओं के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज करवाने के भी निर्देश दिए।
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