विदेश की खबरें | अमेरिका में फेडेक्स केंद्र में गोलीबारी में आठ लोगों की मौत : पुलिस

वैश्विक महामारी के दौरान कुछ हद तक शांत रहने के बाद अमेरिका में बड़े पैमाने पर होने वाली सामूहिक गोलीबारी की यह ताजा घटना है।

पुलिस के मुताबिक बृहस्पतिवार देर रात को हुई गोलीबारी के बाद पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस प्रवक्ता जेनी कुक ने बताया कि इनमें से एक की हालत गंभीर है। मौके पर दो अन्य लोगों को उपचार के बाद छोड़ दिया गया। फेडेक्स ने बताया कि मृतकों में कंपनी के कर्मचारी भी शामिल हैं।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि वह इमारत के भीतर काम कर रहा था जब उसने एक के बाद एक कई गोलियां चलने की आवाज सुनी।

लेवी मिलर ने डब्ल्यूटीएचआर टीवी को बताया, “मैंने एक व्यक्ति को अपने हाथ में राइफल लेकर आते देखा और उसने कुछ बोलते हुए गोलीबारी करनी शुरू कर दी।”

उसने कहा, “मैं छिपकर बैठ गया ताकि वह मुझे देख न पाए क्योंकि मुझे लगा कि अगर वह देख लेगा तो मुझे गोली मार देगा।”

इससे पहले, पिछले महीने, आठ लोगों को पूरे अटलांटा इलाके के मसाज केंद्रों पर गोली मारी गई थी और 10 लोगों की मौत कोलोराडो के सुपरमार्केट में हुई गोलीबारी में हुई थी।

अकेले इंडियानापोलिस में इस साल में यह गोलीबारी की तीसरी घटना है। जनवरी में एक गर्भवती महिला समेत पांच लोगों की जान चली गई थी और एक व्यक्ति पर मार्च में एक घर में बहस के दौरान तीन वयस्कों और एक बच्चे की हत्या और एक लड़की के अपहरण का आरोप है।

पुलिस अब तक हमलावर की पहचान नहीं कर पाई है या यह नहीं बता पाई है कि वह केंद्र का कोई कर्मचारी था या नहीं। उन्होंने कहा है कि , “मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर प्रारंभिक जांच से” लगता है कि हमलावर ने आत्महत्या की है।

कुक ने कहा, “हम इस घटना के सही कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।”

इंडियानापोलिस पुलिस के क्रेग मैककार्ट ने एनबीसी टुडे को शुक्रवार को सुबह बताया कि अधिकारियों को अब भी बहुत कम पता है।”

एफबीआई की इंडियानापोलिस कार्यालय के एक प्रवक्ता क्रिस बावेंडर ने कहा कि वे जांच में पुलिस की मदद कर रहे हैं।

कुछ कर्मचारियों के परिवार के लोग पास के होटल पर एकत्र होकर उनके बारे में जानने के लिए घंटों खड़े रहे जबकि कुछ के रिश्तेदारों का कहना था कि उन्हें कई घंटों तक अपने प्रियजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। ज्यादातर कर्मचारियों को फेडेक्स की इमारत के भीतर फोन ले जान की इजाजत नहीं थी जिससे उनके साथ संपर्क करना और मुश्किल हो गया।

कुक ने बताया कि पुलिस को रात 11 बजे के बाद मौके पर बुलाया गया और अधिकारियों ने अपने सामने बंदूकधारी को गोलीबारी करते देखा लेकिन उसने बाद में खुद की जान ले ली।

इंडियानापोलिस के मेयर जोग होगसेट ने इस बात पर खेद प्रकट किया कि शहर को “सामूहिक गोलीबारी की एक और दहला देने वाली घटना का सामना करना पड़ा, हिंसा का ऐसा कृत्य जिसने हमारे आठ पड़ोसियों की जान ले ली।”

गवर्नर एरिक होलकोम्ब ने कहा, “ऐसे समय में, न्याय और दुख जैसे शब्द कम पड़ जाते हैं।” उन्होंने झंडों को 20 अप्रैल तक आधा झुकाने का आदेश दिया।

व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन को गोलीबारी की घटना के ब्यौरे दिए जाएंगे और कहा कि सलाहकार शहर के मेयर और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।

भारतीय मूल के एक व्यक्ति परमिंदर सिंह ने ‘डब्ल्यूटीटीवी’ को बताया कि उनकी भतीजी अपनी कार में चालक सीट पर बैठी थी तभी गोलीबारी शुरू हो गई।

उन्होंने बताया कि उसके बाएं हाथ में गोली लगी और वह अभी अस्पताल में है व ठीक है।

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