रियासी (जम्मू-कश्मीर), 25 जून जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या ‘कम’ हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उनके जघन्य कृत्यों पर लगाम लगाने के प्रयासों को और मजबूत किया जाएगा।
सिंह ने यह टिप्पणी रियासी जिले में 604 प्रशिक्षु पुलिस कर्मियों की सत्यापन सह पासिंग आउट परेड की अध्यक्षता करने के बाद की।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘पूर्व की तुलना में सक्रिय आतंकवादियों (कश्मीर में)की संख्या में कमी आई है। आने वाले दिनों में इनकी संख्या को और कम करने के प्रयासों को मजबूत किया जाएगा।’’
कश्मीर घाटी में कुल आतंकवादी घटनाओं और उनके द्वारा आम नागरिकों और पुलिस को निशाना बनाए जाने के सवाल पर डीजीपी ने कहा,‘‘यह एकतरफा लड़ाई नहीं है। इलाके में जब 200 से अधिक सशस्त्र आतंकवादी होंगे, तो ऐसा नहीं होगा जब आप (सुरक्षा बल) उनसे लड़े (मुठभेड़) तो वे ही मरते रहें।’’
उन्होंने कहा,‘‘ऐसा नहीं है कि वे आतंकवादी गतिविधि नहीं करेंगे। हमारी कोशिश उनकी गतिविधियों को खत्म करना और आतंकवाद को नियंत्रित करना है।’’
‘ऑपरेशन ऑल आउट’ के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि पूर्व में उठाए गए कदमों को और विस्तारित किया जाएगा ताकि आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया जा सके और आतंकवादियों की जघन्य गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके। ऑपरेशन ऑल आउट सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खात्मे के लिए शुरू किया था।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती द्वारा घाटी में बड़े पैमाने पर उत्पीड़न और लोगों के हिरासत में लिए जाने के आरोपों पर सिंह ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया मुलाकात की पृष्ठभूमि में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सवाल पर भी कोई टिप्पणी नहीं की।
प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बदलाव की बयार बह रही है और बदले माहौल में उनकी भूमिका और ड्यूटी करने की जिम्मेदारी अहम है।
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