जयपुर, 11 जुलाई मुख्ममंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य सरकार की प्राथमिकता है और इन दोनों क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य होने पर ही देश में गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधन का विकास हो सकता है।
गहलोत ने ‘राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम’ कार्यक्रम में यह बात कही।उन्होंने कहा कि अगला बजट राज्य के युवाओं व विद्यार्थियों को समर्पित होगा।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान आज शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अद्भुत नवाचारों से देश में मॉडल स्टेट के रूप में पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राजस्थान में न केवल शिक्षा के आधारभूत ढांचे का विकास हुआ है बल्कि अकादमिक प्रगति भी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के चलते शिक्षण स्थगित रहने के बावजूद हमारे विद्यार्थियों को पढ़ाई का नुकसान ना हो इसके लिए निरंतर प्रयास किए गये हैं। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में कोरोना काल के कारण हुई नौनिहालों की शैक्षिक क्षति की भरपाई के लिए वर्ष 2022-23 के बजट में 75 करोड़ के आर्थिक प्रावधान से ‘ब्रिज कार्यक्रम’ की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है तथा उनके अशैक्षिक दायित्वों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वे ब्रिज कोर्स का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कर सकें।
शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 77239 शिक्षकों की भर्ती की जा चुकी है तथा एक लाख से अधिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रियाधीन है।
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