भोपाल, छह नवंबर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 40 करोड़ रुपये के कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले से जुड़ी धन शोधन जांच के सिलसिले में बुधवार को यहां कई परिसरों में छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
संघीय जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई शहर की ‘एक्सेल व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी, इसकी प्रवर्तक मंजू गर्ग, उनके बेटे ऋषभ गर्ग, कुछ अज्ञात लोक सेवकों और लोगों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के बाद की।
सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा ने जून 2020 में भोपाल में प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके बाद ईडी ने धन शोधन मामले की जांच शुरू की।
सूत्रों ने बताया कि अरेरा कॉलोनी में एक ऑडिटर के आवास और उससे जुड़े कुछ परिसरों पर छापेमारी की गयी।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ जब्ती और वसूली भी की गई है। सीबीआई ने बैंक ऑफ इंडिया द्वारा नवंबर 2019 में लिखित शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
बैंक ने शिकायत में दावा किया था कि कंपनी और उसके प्रवर्तकों ने 44.02 करोड़ रुपये की ऋण धोखाधड़ी की है।
बैंक की शिकायत के अनुसार, अगस्त 2019 में खाते को गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
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