
नयी दिल्ली, सात फरवरी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कनाडाई कॉलेजों में ‘‘फर्जी’’ दाखिले के जरिए भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने में मदद करने वाले भारत, कनाडा और अमेरिका में एजेंटों तथा मददगारों के ‘‘जटिल नेटवर्क’’ की जांच कर रहा है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
ईडी ने बताया कि 8,500 से अधिक मौद्रिक लेन-देन एजेंसी की जांच के दायरे में हैं और वह गुजरात पुलिस की अपराध शाखा की 2023 की प्राथमिकी का संज्ञान ले रही है।
यह कार्रवाई धन शोधन रोधी कानून के तहत दर्ज मामले में की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि विदेशों में धन भेजने में सहायता करने वाली कुछ अंतरराष्ट्रीय वित्तीय कंपनियां भी ईडी की जांच के दायरे में हैं।
एजेंसी ने पिछले एक वर्ष में 35 जगह छापेमारी कर 92 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है।
बुधवार को 104 निर्वासित भारतीयों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान के अमृतसर में उतरने के बाद यह मुद्दा संसद और संसद के बाहर चर्चा का केंद्र बन गया।
ईडी ने पिछले वर्ष 24 दिसंबर को एक बयान जारी कर बताया था कि एजेंसी कनाडा की सीमा से भारतीयों की तस्करी से जुड़े धन शोधन मामले में कुछ कनाडाई कॉलेजों और कुछ भारतीय संस्थाओं की कथित संलिप्तता की जांच कर रही है।
यह जांच गुजरात के डिंगुचा गांव के रहने वाले चार सदस्यीय भारतीय परिवार की मौत से जुड़ी है।
चारों की 19 जनवरी 2022 को अवैध रूप से कनाडा-अमेरिका सीमा पार करने की कोशिश करते समय अत्यधिक ठंड से मौत हो गई थी।
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