नयी दिल्ली, 28 जून प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मादक पदार्थ से जुड़े धन शोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के निष्कासित पदाधिकारी जाफर सादिक को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया, संघीय एजेंसी जल्द ही 36 वर्षीय आरोपी को चेन्नई ले जाएगी और उसे धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत के समक्ष पेश करेगी। इसके साथ ही उसे हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए उसकी रिमांड की मांग करेगी।
सादिक को प्रवर्तन निदेशालय ने 26 जून को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया, जहां वह एनसीबी के मामले में न्यायिक हिरासत में बंद है। उन्होंने बताया कि दिल्ली की एक अदालत से पेशी के लिए वारंट मांगा जा रहा है, जिसके बाद उसे चेन्नई ले जाया जाएगा। ईडी ने चेन्नई में धन शोधन का मामला दर्ज किया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने पहले जेल में जाफर सादिक से पूछताछ करने के लिए अदालत से अनुमति प्राप्त की थी और इस प्रक्रिया के दौरान उन्हें हिरासत में ले लिया गया था।
जाफर सादिक को सबसे पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने लगभग 3,500 किलोग्राम स्यूडोएफेड्रिन (दवा) की तस्करी में कथित संलिप्तता के लिए मार्च में गिरफ्तार किया था। इसकी बाजार में कीमत दो हजार करोड़ रुपये से अधिक है।
धन शोधन का यह ताजा मामला नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और सीमा शुल्क विभाग द्वारा सादिक और उसके सहयोगियों के खिलाफ "मादक पदार्थों के सीमा पार अवैध व्यापार" में लिप्त होने के आरोप में दर्ज की गई अलग-अलग शिकायतों के आधार पर दर्ज किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि जाफर सादिक कथित रूप से एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का मास्टरमाइंड है। इस पर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में स्वास्थ्य-मिश्रण पाउडर और सूखे नारियल के रूप में एफेड्रिन की तस्करी करने का आरोप है।
एनसीबी द्वारा मादक पदार्थ नेटवर्क से सादिक के कथित जुड़ाव और नाम का खुलासा किये जाने के बाद सत्तारूढ़ द्रमुक ने उसे निष्कासित कर दिया था।
तमिलनाडु के कानून मंत्री और द्रमुक नेता एस रेगुपथी ने कहा कि उनकी पार्टी का सादिक से कोई संबंध नहीं है।
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