UP: केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, सपा के शासन में जाली टोपी वाले गुंडे व्यापारियों को धमकाते थे, BJP ने दिलाई निजात
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को यहां विपक्ष विशेषकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के शासनकाल में जाली टोपी वाले गुंडे व्यापारियों को डराने, धमकाने का काम करते थे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार आने के बाद वे गुंडे दिखाई नहीं दे रहे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने शुक्रवार को यहां विपक्ष विशेषकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के शासनकाल में जाली टोपी वाले गुंडे व्यापारियों को डराने, धमकाने का काम करते थे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार आने के बाद वे गुंडे दिखाई नहीं दे रहे. मौर्य यहां भाजपा द्वारा आयोजित मंडलीय व्यापारी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, “ये गुंडे व्यापारियों की जमीनों पर कब्जा करते थे और इसकी शिकायत नहीं करने की धमकी भी दिया करते थे. सिविल लाइंस का पूरा क्षेत्र बहुत ही शांतिपूर्ण इलाका माना जाता था, लेकिन इस शांतिपूर्ण इलाके को भी अशांत करने के लिए ये गुंडे 30-30 गाड़ियों में 50-100 असलहे लेकर जाते थे.
उप मुख्यमंत्री का प्रत्यक्ष तौर पर निशाना बाहुबली और सपा के टिकट से सांसद रहे अतीक अहमद की ओर था. उल्लेखनीय है कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अतीक अहमद समेत जिले के कई बाहुबलियों के मकानों पर बुल्डोजर चलवाकर सरकारी जमीनों को मुक्त कराया है.
इस कार्यक्रम में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और नंद गोपाल गुप्ता भी शामिल हुए. यह भी पढ़े: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट पर मायावती ने कहा, भाजपा के आखिरी हथकंडे से सावधान रहे जनता
इस दौरान खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, “अखिलेश यादव की पार्टी सपा छोटे मोटे दलों से गठबंधन करने का प्रयास कर रही है. वह (सपा) गणित की राजनीति कर रही है और भाजपा केमिस्ट्री की राजनीति कर रही है. हमारी केमिस्ट्री किसी पार्टी के साथ नहीं, बल्कि सीधे जनता के साथ है.
उन्होंने कहा, “अखिलेश बोलते हैं कि जब उनकी सरकार आएगी तो बुल्डोजर वापस हो जाएंगे। अब वह बुल्डोजर वापस करके किसका समर्थन कर रहे हैं। बुल्डोजर हमने आम आदमी, व्यापारियों पर तो चलाया नहीं। हमने बुल्डोजर अवैध कब्जा करने वालों के मकानों पर चलाया,फिर चाहे वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आजम खान हो या पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी और प्रयाग की धरती पर बैठा अतीक अहमद.
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