अधिकारी ने बताया कि राज्य में नगर निकाय चुनाव के आचार संहिता के चलते करीब एक महीने बाद यहां जनता दर्शन का आयोजन किया गया और करीब 100 लोगों ने योगी से मुलाकात कर अपनी समस्याएं बताईं।
गोरखनाथ मंदिर में नौ अप्रैल को अंतिम जनता दर्शन का आयोजन किया गया था। योगी ने धैर्यपूर्वक एक-एक कर लोगों की शिकायतें सुनीं और स्वयं चलकर उनके पास पहुंचे। लोग मंदिर परिसर में महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने कुर्सियों पर बैठे थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। योगी ने संबंधित अधिकारियों को प्रकरणों के त्वरित, गुणवत्तापूर्ण एवं संतोषजनक निस्तारण के निर्देश दिए तथा संपत्ति पर जबरन कब्जा करने की शिकायत पर सख्त कानूनी कार्रवाई के भी निर्देश दिए।
जनता दर्शन के दौरान एक महिला ने उनसे बिजली बिल में छूट की गुहार लगाई और मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उन्हें यथासंभव छूट प्रदान करेंगे। वहां कुछ लोग इलाज के लिए आर्थिक मदद मांगने भी आए थे, मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि इलाज में पैसे की कभी कोई दिक्कत नहीं होगी।
योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पैसा दिया जाएगा। इस दौरान कुछ महिलाएं अपने बच्चों के साथ आईं और योगी ने उन्हें दुलार प्यार किया और चॉकलेट देकर पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अपने गृह जिले के दौरे पर आये हैं। योगी गोरक्षपीठ के महंत भी हैं।
सं आनन्द
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