नयी दिल्ली, फरवरी आस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने स्वीकार किया कि आस्ट्रेलिया की उछालभरी पिचों पर गेंदबाजी के अभ्यस्त नाथन लियोन समेत उनके स्पिनर भारतीय पिचों पर नीचे की ओर उछाल के कारण उतने प्रभावी साबित नहीं हो पा रहे हैं ।
आस्ट्रेलिया के लिये टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले स्पिनर टॉड मरफी ने पहले टेस्ट में सात विकेट लिये लेकिन लियोन को एक ही विकेट मिला । वहीं भारत के रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को तहस नहस करके भारत को एक पारी और 132 रन से जीत दिलाई ।
कमिंस ने दूसरे टेस्ट से पूर्व कहा ,‘‘ पिछले मैच में हमने देखा कि गेंद नीचे की ओर उछाल ले रही है जिससे गेंदबाजी तकनीक में बदलाव करना पड़ा । करीबी क्षेत्ररक्षकों को कभी लगा ही नहीं कि गेंद उछलकर आयेगी क्योंकि उछाल थी ही नहीं ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इसमें कोण बदलकर गेंदबाजी करने की जरूरत थी । मुझे लगता है कि गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया । थोड़ा सा बदलाव करने से प्रदर्शन और बेहतर होगा ।’’
भारत के पश्चिमी हिस्सों में पिच लाल मिट्टी पर बनी होती है जबकि उत्तर भारत में काली मिट्टी है । कमिंस ने कहा कि मिट्टी का रंग भले ही बदल गया है लेकिन पिच में ज्यादा बदलाव नहीं होगा ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे नहीं लगता । यहां मिट्टी अलग है लेकिन पिच एक सी लग रही है । यह स्पिनरों की मददगार होगी । देखते हैं ।’’
उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे टेस्ट में अनुभवी एश्टोन एगर और बायें हाथ के स्पिनर मैट कुनेमन को मौका मिल सकता है ।
कमिंस ने कहा ,‘‘ हमने दोनों विकल्प खुले रखे हैं । हमें यहां अच्छे प्रदर्शन का यकीन है । दोनों ने पिछले कुछ सत्रों में काफी अभ्यास किया और तीसरे स्पिनर के लिये इनमें से एक को उतारा जा सकता है ।’’
आस्ट्रेलियाई कप्तान ने यह भी कहा कि सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को जवाबी हमले करने होंगे क्योंकि ऐसे में ही वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं ।
यह पूछने पर कि क्या वॉर्नर को उतारा जायेगा, उन्होंने कहा ,‘‘ मैं चयनकर्ता नहीं हूं । मुझे नहीं लगता कि उनकी कोई बैठक हुई है लेकिन मुझे यकीन है कि वॉर्नर खेलेगा । इस साल बाक्सिंग डे टेस्ट में भी उसने विरोधी टीम पर दबाव बनाया था ।’’
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