चेन्नई, एक अगस्त घरेलू खाद्य बाजार में 2022 से 2027 के बीच 47 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने की उम्मीद है और इसके बढ़कर 1,274 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इस क्षेत्र के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) फूडप्रो एक्सपो 2024 के चेयरमैन बी त्यागराजन ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र वित्त वर्ष 2015-16 से वित्त वर्ष 2022-23 के बीच 5.35 प्रतिशत की औसत वार्षिक दर से बढ़ रहा है।
एयर-कंडीशनर और वाणिज्यिक रेफ्रिजरेटर बनाने वाली कंपनी ब्लू स्टार लिमिटेड के प्रबंध निदेशक त्यागराजन ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, ‘‘2022-23 में, इस क्षेत्र का 2011-12 की कीमतों पर विनिर्माण में जीवीए (सकल मूल्य वर्धित) में 7.66 प्रतिशत का योगदान था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘रोजगार के मामले में, इस क्षेत्र में लगभग 41,500 पंजीकृत इकाइयों में लगभग 20 लाख श्रमिकों को रोजगार मिला हुआ है। वर्ष 2022 में 866 अरब डॉलर के बाजार आकार के साथ खाद्य उद्योग की अर्थव्यवस्था की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
सीआईआई तमिलनाडु के चेयरमैन श्रीवत्स राम ने कहा कि वर्तमान में भारत दूध, दालों, केला, आम, अनार, पपीता, नींबू, कपास और जूट जैसी गैर-खाद्य फसलों का सबसे बड़ा उत्पादक है।
राम, जो स्टील व्हील्स निर्माता व्हील्स इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भी हैं, ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान, भारत ने 30.44 करोड़ टन अनाज, 29.6 करोड़ टन दालें, 35.19 करोड़ टन बागवानी उपज, 23.06 करोड़ टन दूध और 13.84 करोड़ अंडे का उत्पादन किया।
त्यागराजन और राम यहां नौ अगस्त से चेन्नई ट्रेड सेंटर में आयोजित होने वाले द्विवार्षिक कार्यक्रम फूडप्रो के 15वें संस्करण की घोषणा करने आए थे।
तमिलनाडु फूडप्रो 2024 की मेज़बान राज्य है।
इस तीन दिन के कार्यक्रम में 250 से ज़्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शक, क्षेत्रीय सम्मेलन, बी2बी मीटिंग, उत्पादों की पेशकश होगी और लगभग 25,000 आगंतुकों और व्यापारियों के भाग लेने की उम्मीद है।
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