नयी दिल्ली, 10 जून दिल्ली के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने दावा किया कि उसने एक महिला के गर्भाशय को बचाते हुए उसके शरीर से 106 फाइब्रॉएड (गैर-कैंसर वाले ट्यूमर) को निकालने का असाधारण काम किया है।
अस्पताल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 29 वर्षीय महिला मरीज को फरवरी में गंभीर दर्द, भारी माहवारी के साथ बेहोशी और हीमोग्लोबिन के स्तर 7.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर तक गिरने के बाद फरवरी में बीएलके मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल ने कहा कि महिला की 2015 में भी ऐसी ही स्थिति थी और इसी बीमारी के कारण उसने अपनी बहन को भी खो दिया था।
उसके अल्ट्रासाउंड के मुताबिक उसके गर्भाशय के आकार के कई फाइब्रॉएड से उसका पूरा पेट भर गया था।
गर्भाशय फाइब्रॉएड आमतौर पर गर्भाशय के गैर-कैंसर वाले ट्यूमर होते हैं जो प्रजनन आयु की महिलाओं को प्रभावित करते हैं।
उन्हें लेयोमायोमास या मायोमास भी कहा जाता है जो बिना किसी लक्षण के मौजूद हो सकते हैं, लेकिन कभी-कभी पीरियड के दौरान यह भारी रक्तस्राव, एनीमिया, पेट में दर्द या बांझपन का कारण हो सकता है।
एक डॉक्टर के अनुसार, फाइब्रॉएड की अधिक संख्या होने से प्रक्रिया और अधिक चुनौतीपूर्ण बन गई थी।
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