नयी दिल्ली, 23 जुलाई कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति (2021-22) में नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियागत खामियों के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग को लेकर शनिवार को यहां आम आदमी पार्टी (आप) कार्यालय के बाहर धरना दिया।
कांग्रेस की दिल्ली इकाई के कई नेता और कार्यकर्ता अपने हाथों में बैनर लेकर आप के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित कार्यालय के पास इकट्ठा हुए और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री सिसोदिया के खिलाफ नारेबाजी की।
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर ‘भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे होने’ का आरोप लगाया।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति की सीबीआई जांच की सिफारिश की है।
अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली के मुख्य सचिव द्वारा दायर एक रिपोर्ट के आधार पर जांच की सिफारिश की गई थी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सिसोदिया को ‘कट्टर ईमानदार’ कहकर उनका बचाव किया है और उन्हें डर है कि उपमुख्यमंत्री को ‘फर्जी’ मामले में फंसाया जा सकता है और कुछ दिनों में गिरफ्तार किया जा सकता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि पार्टी की दिल्ली इकाई ने जून में दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को एक लिखित शिकायत दी थी, जिसमें “भ्रष्टाचार” की जांच की मांग की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने कहा, '‘सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता और सच्चाई यह है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है।'’
कुमार ने आरोप लगाया, ‘‘संशोधित शराब नीति के कार्यान्वयन ने सभी मानदंडों और विनियमों का उल्लंघन किया है।’’
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