देश की खबरें | केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में दिल्ली जल बोर्ड बना भ्रष्टाचार का अड्डा: भाजपा

नयी दिल्ली, 26 फरवरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है और बढ़े हुए बिल प्राप्त करने वाले उपभोक्ताओं के लिए एकमुश्त निपटान के लिए उसका समर्थन कुछ और नहीं बल्कि ‘एक बार का सुपर घोटाला’ योजना है।

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दावा किया कि यह घोटाला करीब 70,000 करोड़ रुपये का हो सकता है और अगर केजरीवाल उपभोक्ताओं के बढ़े हुए बिल माफ करने को लेकर गंभीर हैं तो वह उन सभी लोगों के लिए ऐसा कर सकते हैं जिन्हें बिल मिले हैं।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह प्रस्ताव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लाया गया है ताकि और कमीशन लिया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने वर्षों से एक चुनिंदा समूह को रिश्वत और कमीशन के बदले वास्तविक लागत से कई गुना अधिक कीमत पर ठेके दिए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘डीजेबी सभी तरह के अवैध कार्यों और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है।’’

भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल अपनी पूर्ववर्ती शीला दीक्षित पर डीजेबी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया करते थे लेकिन अपने कार्यकाल में उन्होंने वही पानी के उन्हीं मीटरों को बनाए रखा। उन्होंने कहा कि आप नेता ने 2016 में यह भी दावा किया था कि उनकी सरकार इस प्रथा को खत्म करने के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करेगी लेकिन कुछ नहीं हुआ।

पूनावाला ने मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी के लिए उन्हें आड़े हाथ लिया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा खड़ी की गई ‘बाधाओं’ के बावजूद विकास कार्य करने के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए।

उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल हमेशा पीड़ित कार्ड खेलते हैं और आबकारी नीति घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उन्हें समन भेजे जाने पर सवाल उठाने के बावजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री को अदालतों से कोई राहत नहीं मिली।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अब तक जांच एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार किया है और वह पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का भी मजबूती से बचाव कर रहे हैं, जो इसी मामले में एक साल से जेल में हैं।

पूनावाला ने कहा कि अदालतों ने सिसोदिया को कोई राहत नहीं दी है।

केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली के लोगों से लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन को वोट देने की अपील की थी ताकि संसद में उनकी आवाज सुनी जा सके।

पानी के बढ़े हुए बिलों के खिलाफ आप द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा था कि भाजपा द्वारा कथित तौर पर बाधाएं खड़ी किए जाने के बावजूद सरकार चलाने के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप इस बार इंडिया गठबंधन को चुनते हैं तो दिल्ली के पास अपना रक्षा कवच होगा और उस समय कोई लोगों को कष्ट नहीं दे सकता... तब कोई भी उपराज्यपाल दिल्ली के लोगों को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा क्योंकि संसद में हमारा मजबूत प्रतिनिधित्व होगा।’’

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