नई दिल्ली: 10 सितंबर दिल्ली में बृहस्पतिवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 4,308 लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया और 28 संक्रमितों की मौत हुई. शहर में बीते 24 घंटे के दौरान 58000 से अधिक नमूनों का परीक्षण किया गया है. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में कुल मामले 2,05,482 पहुंच गए हैं जबकि मृतक संख्या 4,666 हो गई है.
पिछले 24 घंटे में 58,340 नमूनों की जांच की गई है. लिहाजा संक्रमित होने की दर 7.38 फीसदी है. शहर में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 1272 है. बृहस्पतिवार को सामने आए मामलों ने बुधवार का रिकॉर्ड तोड़ दिया. बुधवार को 4039 मामले आए थे.
कोविड-19 के मामलों में वृद्धि होने के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी के निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. स्थिति यह है कि दिल्ली के बड़े निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर युक्त आईसीयू वाले बिस्तर उपलब्ध नहीं है.
आंकड़ों के अनुसार, मैक्स स्मार्ट साकेत, बत्रा अस्पताल, होली फैमिली, मैक्स अस्पताल शालीमार बाग, इन्द्रप्रस्थ अपोलो, फोर्टिस, वसंत कुंज, बी.एन. कपूर, फोर्टिस, शालिमार बाग, फोर्टिस एस्कॉर्टस हार्ट इंस्टीट्यूट जैसे बड़े अस्पतालों के आईसीयू में वेंटिलेटर युक्त एक भी बिस्तर फिलहाल खाली नहीं है.
दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में 14,205 बिस्तर उपलब्ध हैं, जिनमें से 5,896 पर फिलहाल मरीज भर्ती हैं. ऐप के अनुसार, बिस्तरों पर मरीजों की भर्ती का दर 41.5 प्रतिशत है.
गौरतलब है कि 30 जुलाई को कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित बिस्तरों पर उनके भर्ती होने की दर 18 प्रतिशत था और उपलब्ध 16,038 बिस्तरों में से महज 2,958 बिस्तर भरे हुए थे.