नयी दिल्ली, आठ सितंबर दिल्ली में फर्जी पहचान पत्रों के माध्यम से कथित रूप से एयरसेल के कई सिम कार्ड प्राप्त करने एवं लगभग 1.76 करोड़ रुपये का अंतरराष्ट्रीय कॉल करने के लिए उनका उपयोग करने के दस वर्ष पुराने एक मामले में 36 साल के एक व्यक्ति को यहां गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि कई स्थानों पर छापेमारी के बाद आरोपी चित्रेश मोहन शर्मा को मंगलवार को जैतपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया। शर्मा ने दीपक रावत के नाम से सिम कार्ड खरीदे थे। उसे अदालत द्वारा 2017 में भगोड़ा घोषित किया गया था।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) आर के सिंह ने कहा कि जनवरी 2010 में एयरसेल के एक प्रतिनिधि ने रावत के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी। रावत ने दावा किया था कि वह ला बेला एक्सपोर्ट एंड इम्पोर्ट लिमिटेड नामक कंपनी चलाता है।
शिकायत के अनुसार, रावत ने फर्जी पहचान पत्र दिखाकर अपने नाम 10 मोबाइल कनेक्शन लिए थे जिससे उसने 1.76 करोड़ रुपये के अंतरराष्ट्रीय रोमिंग कॉल किये। सिंह ने कहा, “जांच में पता चला कि दीपक रावत के नाम 10 पोस्टपेड नंबर जारी किये गए थे। उसने दूसरसंचार कंपनी से इन नंबरों पर अंतरराष्ट्रीय रोमिंग की सुविधा देने के लिए अनुरोध किया था।”
उन्होंने कहा, “कुछ समय बाद, एयरसेल को नेपाल टेलिकॉम से सूचना मिली कि कुछ लोग नेपाल से अंतरराष्ट्रीय रोमिंग की सुविधा का लाभ लेकर बहुत ज्यादा कॉल कर रहे हैं। जांच में पता चला कि ये कॉल नेपाल से अमेरिका और मालदीव किये जा रहे थे। उन्होंने कहा कि शर्मा इसी प्रकार के दो अन्य मामलों में भी शामिल था।
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