ताजा खबरें | राज्यसभा में गतिरोध बरकरार, कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब 12:05 बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

नयी दिल्ली, चार अगस्त विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब 12:05 बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य घनश्याम तिवाडी ने राजस्थान में एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना का जिक्र किया। उन्होंने राजस्थान में कानून व्यवस्था खराब होने का दावा करते हुए इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग की।

इसी दौरान सदन में विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर मुद्दे को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।

सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि सदस्य राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार से चिंतित है। उन्होंने आसन से कहा कि मणिपुर मुद्दे पर नियम 176 के तहत चर्चा की अनुमति दी गई थी और उसी प्रकार नियम 176 के तहत राजस्थान के मुद्दे पर भी चर्चा की अनुमति दी जानी चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर मुद्दे पर 267 के तहत अपनी मांग दोहराई। हालांकि सदन में शोर के कारण वह अपनी बात पूरी नहीं कर सके और सभापति जगदीप धनखड़ ने बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले सुबह उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर भाजपा के सुरेंद्र सिंह नागर ने राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे को उठाया। इसके बाद भाजपा के अन्य सदस्य हंगामा करने लगे।

इसी दौरान विपक्ष के सदस्यों ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराने की मांग को हंगामा शुरू कर दिया।

सभापति ने सदस्यों से अनुरोध किया वे जब सदन के सदस्यों को जन्मदिन की बधाई दे रहे हों तो कम से सदन में शोरगुल और हंगामा करना उचित नहीं है।

इसके बाद सदस्य शांत हुए तो सभापति ने वाईएसआर कांग्रेस के वेंकटरामण राव मोपी देवी, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और फिर आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए।

सभापति ने बताया कि नियम 267 के तहत उन्हें कुल 48 नोटिस मिले हैं।

उनके इतना कहते ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राजस्थान के मुद्दे पर हंगामा और शोरगुल शुरु कर दिया।

गोयल ने कहा कि सदस्य राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार से चिंतित है। वहां बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है, लिहाजा इस बारे में सदन में विचार किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुद्दे पर कई सदस्यों ने चर्चा के नोटिस दिए हैं, लिहाजा इस पर चर्चा होनी चाहिए।

विपक्ष के नेता खरगे ने कहा कि यह मंच राजस्थान पर चर्चा के लिए नहीं है।

उन्होंने नियम 267 के तहत मणिपुर पर चर्चा कराने की अपनी मांग एक बार फिर दोहराई।

इसी समय दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी और हंगामा शुरु हो गया।

हंगामा थमते न देख सभापति ने कार्यवाही 11 बजकर 31 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

अविनाश ब्रजेन्द्र

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