Cyclone Dana: चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण तटीय ओडिशा में हुई भारी वर्षा
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भुवनेश्वर, 25 अक्टूबर : ओडिशा में धामरा और भीतरकनिका के बीच समुद्र तट से चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के टकराने के कारण शुक्रवार को राज्य के तटीय हिस्से के कई इलाकों में भारी बारिश हुई. भुवनेश्वर के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पिछले 24 घंटों (बृहस्पतिवार सुबह साढ़े आठ बजे से शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) के दौरान भद्रक जिले के चांदबाली में सबसे अधिक 158.6 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई, जबकि केंद्रपाड़ा जिले के राजकनिका क्षेत्र में 156 मिमी बारिश हुई. मौसम कार्यालय के अनुसार भद्रक जिले के बासुदेवपुर, बालासोर जिले के औपाड़ा और केंद्रपाड़ा जिले के मरसाघई और राजनगर में इस दौरान 100 मिमी से अधिक वर्षा हुई.

पिछले 24 घंटों के दौरान केन्द्रपाड़ा जिले में 85.9 मिमी बारिश हुई जबकि भद्रक जिले में 67.1 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसी अवधि के दौरान बालासोर, जाजपुर और मयूरभंज जिलों में क्रमशः 52.6 मिमी, 38.9 मिमी और 35 मिमी वर्षा दर्ज की गई. इस अवधि में कटक जिले में 26.5 मिमी, खुर्दा जिले में 23.7 मिमी, नयागढ़ में 23.1 मिमी, अंगुल में 20.7 मिमी, ढेंकनाल में 17 मिमी, पुरी में 16.2 मिमी और जगतसिंहपुर में 16 मिमी वर्षा हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार सुबह तक भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है तथा भद्रक, बालासोर, क्योंझर और मयूरभंज जिलों के लिए ‘रेड वार्निंग’ (कार्रवाई करें) जारी की है. मौसम कार्यालय ने कहा कि इस अवधि के लिए केंद्रपाड़ा, कटक, जाजपुर और ढेंकनाल जिलों के लिए ‘ऑरेंज वार्निंग (कदम उठाने के लिए तैयार रहें)’ जारी की गई है. यह भी पढ़ें : Cyclone Dana: भारी बारिश को छोड़कर, पश्चिम बंगाल में चक्रवात ‘दाना’ का प्रभाव हुआ कम

उसने कहा कि इसके अलावा जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, नयागढ़ और अंगुल जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी ने इन जिलों को ‘येलो वार्निंग’ (सतर्क रहें) की श्रेणी के तहत रखा है. चक्रवात ‘दाना’ आधी रात के आसपास धामरा और भीतरकनिका के बीच समुद्र तट से टकराया और यह प्रक्रिया शुक्रवार सुबह तक जारी रही. हालांकि, 110 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा के साथ आया यह चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ गया है. आईएमडी ने कहा कि चक्रवात के उत्तर ओडिशा से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर पड़ते जाने की संभावना है.