देश की खबरें | जम्मू क्षेत्र की चेनाब घाटी के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू, स्थिति तनावपूर्ण
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भद्रवाह/जम्मू, 11 जून जम्मू की चेनाब घाटी के कुछ हिस्सों में तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर शनिवार को कर्फ्यू लगा दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल की ओर से पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गयी विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में एक दिन के बंद की घोषणा की गयी थी, जिसके परिणामस्वरूप पीर पंजाल क्षेत्र में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा।
इलाके में सांप्रदायिक तनाव को कम करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। दोनों समुदायों के प्रमुख नागरिकों ने सरकार से इलाके की शांति भंग करने पर तुले शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
एहतियात के तौर पर भद्रवाह और किश्तवाड़ शहरों सहित कई इलाकों में ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं।
गौरतलब है कि डोडा जिले के भद्रवाह और चेनाब घाटी क्षेत्र के किश्तवाड़ और रामबन जिलों के कुछ इलाकों में बृहस्पतिवार शाम को तनाव बढ़ गया था, जिसके चलते प्रशासन ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी।
अधिकारियों के मुताबिक बाद में एहतियात के तौर पर किश्तवाड़ शहर के साथ भद्रवाह और डोडा जिले के कुछ अन्य हिस्सों में भी कर्फ्यू लगा दिया गया। उन्होंने कहा कि भद्रवाह में पथराव की घटना को छोड़कर कहीं से भी किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
अधिकारियों के मुताबिक कक्षा 12 की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को उनके प्रवेश पत्र प्रस्तुत करने पर कर्फ्यू वाले क्षेत्रों के माध्यम से आने-जाने की अनुमति दी गई।
डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक सुनील गुप्ता ने पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी के साथ भद्रवाह शहर का दौरा किया और लोगों को अपने घरों के अंदर रहने के लिए कहा।
अधिकारियों ने कहा कि कस्बे में महिला पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी को भी तैनात किया गया है। दोनों समुदायों के वरिष्ठ नागरिकों के बीच बैठकों को प्रोत्साहित करके तनाव को कम करने के प्रयास तेज किए गए हैं।
ऐसी ही एक बैठक जिला विकास परिषद (डीडीसी) के अध्यक्ष डी एस कोतवाल की अध्यक्षता में भद्रवाह शहर में हुई, जिसमें श्री सनातन धर्म सभा के सदस्यों और सराफा जामिया मस्जिद समिति के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और प्रशासन को शरारती तत्वों से निपटने में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया।
जामिया मस्जिद समिति के अध्यक्ष इम्तियाज-उर-रहमान भट ने कहा, “बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रतिभागियों ने सर्वसम्मति से शांति भंग करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया।”
श्री सनातन धर्म सभा के उपाध्यक्ष मनोज कोतवाल ने कहा कि कुछ तत्व दो समुदायों के बीच दरार पैदा करने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं जिससे कड़ाई से निपटने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “कुछ शरारती तत्व हैं जो अशांति चाहते हैं। उन्हें पहचाना जाना चाहिए और जेल में डाल दिया जाना चाहिए। हम तीन वर्षों के बाद एक अच्छे पर्यटन सीजन की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन इससे पर्यटन को पुनर्जीवित करने के सभी प्रयासों को झटका लगा है।”
जम्मू के पीर पंजाल क्षेत्र के राजौरी और पुंछ जैसे सीमावर्ती जिलों से बंद के शांतिपूर्ण रहने की रिपोर्ट मिली है।
इस बंद का आह्वान मुस्लिम प्रचारकों के एक निकाय ने किया था और सनातन धर्म सभा, मेंढर के अध्यक्ष बलराम शर्मा ने इसका समर्थन किया था।
डोडा के भद्रवाह शहर में बृहस्पतिवार को उस समय विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे, जब सैकड़ों लोगों ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ धरना दिया।
बातचीत के बाद, प्रदर्शनकारी सड़क खाली करने के लिए तैयार हो गए और पड़ोसी जामा मस्जिद में प्रवेश कर गए। इस बीच, भड़काऊ भाषणों के कथित वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं।
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