नयी दिल्ली, सात जुलाई केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जिन नौ राज्यों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है, उनमें कोविड नियंत्रण उपायों को मजबूत किया जाएगा। इन राज्यों में जांच और टीकाकरण में तेजी लाना, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की योजना बनाना और प्रभावी नैदानिक प्रबंधन जैसे उपाय किये जायेंगे।
मंत्रालय ने राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, केरल, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, त्रिपुरा और सिक्किम को लिखे एक पत्र में चिंता के क्षेत्रों पर प्रकाश डाला है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस बात पर जोर दिया कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों को जांच और टीकाकरण, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की योजना बनाना, कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करना और प्रभावी नैदानिक प्रबंधन आदि उपाय करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में यह चिंता का विषय है कि राज्य में साप्ताहिक संक्रमण दर 16.2 प्रतिशत (28 जून -चार जुलाई) है, जो लगातार चार सप्ताह से बढ़ रही है। भूषण ने कहा, ‘‘25 जिलों में से उन्नीस में 10 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर दर्ज की जा रही हैं, जो चिंता का कारण है। राज्य में पिछले चार हफ्तों में दर्ज किए गए मामलों की संख्या में लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई दी है। बारह जिलों में पिछले चार हफ्तों में नए मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है।’’
चार जुलाई को समाप्त सप्ताह में चांगलांग, पूर्वी सियांग, लोहित, पापुम पारे, तवांग और ऊपरी सुबनसिरी जिलों में से प्रत्येक में 100 से अधिक नए मामले सामने आए। नामसाई जिले में मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है।
असम के मामले में उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य में नए मामलों की संख्या में गिरावट देखी गई है, लेकिन इसके 33 जिलों में से चार में पिछले चार हफ्तों में आंकड़े में वृद्धि दिखाई दी है और चार जुलाई को समाप्त सप्ताह में 29 जिलों में 100 से अधिक नए मामले सामने आए हैं।
मणिपुर में, उन्होंने कहा कि 16 में से दो जिलों (बिष्णुपुर और कंगपोकपी) में चार सप्ताह से नये मामलों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
उन्होंने कहा कि हालांकि केरल में नए मामलों की संख्या में गिरावट देखी गई है, लेकिन इसके 14 में से दो जिलों में चार सप्ताह के आंकड़े में वृद्धि दिखाई दी है। उन्होंने कहा कि चार जुलाई को समाप्त सप्ताह में सभी जिलों में प्रतिदिन 200 से अधिक मामले सामने आए हैं।
भूषण ने कहा कि कोल्लम और वायनाड जिलों में उक्त अवधि (सात जून -चार जुलाई) में साप्ताहिक मौतों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘त्रिशूर और मलप्पुरम में एक हफ्ते (28 जून से चार जुलाई) में 70 से ज्यादा मौतें हुई हैं। तिरुवनंतपुरम में मौतों में कमी की प्रवृत्ति दिखाई दी है।’’
मंत्रालय ने कहा कि कन्नूर, कासरगोड, कोल्लम, कोझीकोड, मलप्पुरम, पलक्कड़ और त्रिशूर में पिछले सप्ताह 100 से अधिक नए मामले सामने आए थे, जिनकी साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक थी।
मंत्रालय ने कहा कि मेघालय में अभी भी साप्ताहिक संक्रमण दर 14.05 प्रतिशत (28 जून से चार जुलाई) दर्ज हो रही है और इसके 11 में से आठ जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक की संक्रमण दर दर्ज हो रही हैं। उसने कहा कि नागालैंड में 13 जून, 20 जून और 27 जून को समाप्त सप्ताह में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है, जिसमें चार जुलाई (6.44 प्रतिशत) को समाप्त सप्ताह में गिरावट देखी गई है। इसके 11 में से चार जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक की संक्रमण दर दर्ज की जा रही है।
मंत्रालय ने बताया कि ओडिशा के तीन जिलों में 28 जून से चार जुलाई तक साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है। हालांकि राज्य में संक्रमण दर लगातार घट रही है।
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