जमशेदपुर, एक जनवरी टाटा स्टील के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने सोमवार को कहा कि कोविड महामारी के बाद इस्पात क्षेत्र अब भी पुनरुद्धार की राह पर है।
उन्होंने यह भी कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास पर सरकार के जोर के कारण स्टील की मांग बढ़ती रहेगी।
नरेंद्रन ने यहां कहा, ‘‘पिछला साल भले ही वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण था, लेकिन भारत में इस्पात क्षेत्र के लिए यह अच्छा वर्ष रहा है।’’
उन्होंने नये साल के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘वैश्विक महामारी के बाद भी इस्पात उद्योग में पुनरुद्धार जारी है। वास्तव में, हम रिजर्व बैंक के छोटी-छोटी इकाइयों के लिए सूझ-बूझ के साथ उठाये गये कदमों तथा बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किये गये निवेश के कारण समस्याओं से उबरने में कामयाब रहे।’’
नरेंद्रन ने कहा कि इस्पात की मांग 2023 में 10 से 12 प्रतिशत बढ़ी। यह रुख कायम रहने की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने चीन से आयात बढ़ने को लेकर आशंका भी जतायी।
उन्होंने कहा, ‘‘चीन 2023 में हर महीने 80 लाख टन स्टील का निर्यात कर रहा है। यह 2015 के बाद से सबसे अधिक है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्टील की कीमतों के साथ-साथ लाभ पर भी प्रभाव पड़ता है।
नरेंद्रन ने कहा, ‘‘टाटा स्टील को अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए हर साल अपनी क्षमता 10 से 20 लाख टन बढ़ानी होगी और हम इस दिशा में काम कर रहे हैं।’’
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