कौशांबी (उप्र), 7 अप्रैल : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शुक्रवार को दावा किया कि लोकसभा सदस्यता से राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किए जाने को लेकर संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए देश विपक्षी दलों को माफ नहीं करेगा. कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने लोगों से समाज के सभी वर्गों के सर्वांगीण कल्याण के लिए 2024 में एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुनने का आह्वान किया. शाह ने इस मौके पर लोगों से एक सवाल भी पूछा कि क्या इस देश के किसी नेता को विदेश में देश का अपमान करना चाहिए? राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'राहुल बाबा, कौन डरता है?,''राहुल बाबा यहां मैदान खुला पड़ा है, मैदान तुम तय कर लो भारत में कही भी हो, भाजपा वाले दो-दो हाथ करने को तैयार हैं.” उन्होंने कहा, ''किस प्रकार की राजनीति को भारत में लाना चाहते हो, आपको क्या लगता है कि देश की जनता कुछ समझती नहीं हैं. देश की जनता देखती भी है, समझती भी है.''
शाह ने कहा, ''(पिछले) 10 साल से आपके पास नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं है. राहुल बाबा इस बार फिर एक बार मोदी जी की '300-पार' (300 से अधिक लोकसभा सीटों पर जीत) के साथ सरकार बनने जा रही है." शाह ने कहा,'' "मोदी जी ने देश को समृद्ध बनाया है और दुनिया में देश का गौरव भी बढ़ाया है, और कांग्रेस के लोग कहते हैं कि 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी'. मैं इन कांग्रेसियों को बताना चाहता हूं कि सोनिया जी हों, राहुल जी हों या कोई और, जब भी मोदी जी को गालियां दी जाती हैं, जनता ने इन गालियों के कीचड़ में और दमदार तरीके से कमल खिलाया है .'' शाह ने कहा कि वे (कांग्रेस वाले) कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में हैं, लोकतंत्र खतरे में नहीं है, आपका परिवार खतरे में हैं. परिवारवाद की राजनीति खतरे में हैं, भारत का लोकतंत्र नहीं. आपने इस देश के लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण के तीन नासूरों से घेर कर रखा था. उन्होंने कहा कि मोदी जी ने जातिवाद को समाप्त कर दिया, उन्होंने परिवारवादी पार्टियों को भी हराया और उन्होंने तुष्टीकरण को भी समाप्त किया और इसके कारण आप डरे हुए हो. यह भी पढ़ें : अडाणी पावर के झारखंड में बिजली घर की 800 मेगावॉट की पहली इकाई चालू
शाह ने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उप्र के विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा,''हम सभी चाहते थे कि अयोध्या में रामलला का मंदिर भगवान राम की जन्मभूमि पर बने. कांग्रेस इसे लटकाकर रखे हुए थी, सपा इस मुददे पर भटका रही थी और बसपा ने इस मुददे को अटका कर रखा था. मोदीजी ने मंदिर की आधारशिला रखी और जल्द ही आप भगवान राम को उनके मंदिर में विराजमान देखेंगे. मोदी ने कलम से एक ही झटके में धारा 370 हटा दी.'' शाह ने यह भी कहा कि 2014 में, उत्तर प्रदेश के लोगों ने नरेंद्र मोदी पर भरोसा करते हुए भारतीय जनता पार्टी को एकमुश्त वोट देकर, सपा, बसपा, कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया. उन्होंने कहा, “2017 में, जब मैं भाजपा प्रमुख था, तब भाजपा ने (उप्र विधानसभा चुनाव में) रिकॉर्ड 325 सीटें जीती थीं, और मोदी जी ने योगी जी को मुख्यमंत्री बनाया. इसके बाद, 2019 में, सपा, बसपा और कांग्रेस एक हो गए. लेकिन ये सब हार गए और मोदी जी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बन गए. इसके बाद 2022 (उप्र विधानसभा चुनाव) में आपने योगीजी को मुख्यमंत्री बनाया.” विपक्ष पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ''कल ही संसद का सत्र समाप्त हुआ है, आजादी के इतिहास में कभी नहीं हुआ था कि देश का बजट सत्र की एक भी बैठक, बिना चर्चा किये समाप्त हो गया हो.
विपक्ष के नेताओं ने सत्र चलने नहीं दिया, कारण था राहुल गांधी को संसद सदस्यता से अयोग्य घोषित किया जाना . यह कानून कौन लाया, मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) लालू प्रसाद यादव (राजद प्रमुख) को बचाने के लिए कानून सुधारना चाहते थे, लेकिन राहुल जी ने उनको रोका. सूरत की अदालत ने राहुल जी को सजा दी, सजा होते ही सांसदी चली जाती है, चाहे कोई भी हो. अब इस पर कांग्रेस वालों ने काले कपडे पहनकर पूरी संसद बंद कर दी.'' उन्होंने कहा कि अब तक 17 विधायक-सांसदों की सदस्यता जा चुकी है, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हैं.' शाह ने कहा, “मैं राहुल गांधी जी को कहना चाहता हूं, कानून का पालन करना हर नागरिक का धर्म होता है . आप तो सांसद थे तो इस सजा को चुनौती दीजिए अदालत में लड़िए, देश की संसद का वक्त आपने बलि चढ़ा दिया है , इस देश की जनता आपको कभी माफ नही करेगी.” शाह कौशांबी महोत्सव की शुरुआत करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने 612 करोड़ रुपए की 117 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री-केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में सूरत की अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद 24 मार्च को लोकसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया थ.