कामारेड्डी/मुंबई, सात नवंबर कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ तेलंगाना के कामारेड्डी जिले से निकलकर सोमवार शाम महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी।
कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी दोनों राज्यों की सीमा पर महाराष्ट्र में अपने समकक्ष नाना पटोले को राष्ट्रीय ध्वज सौंपेंगे।
कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की राज्य इकाई आज यानी सोमवार शाम जुक्कल निर्वाचन क्षेत्र के मदनूर मंडल के मेनुरु गांव में यात्रियों को विदाई देने के लिए एक जनसभा आयोजित कर रही है।
रेड्डी ने रविवार को कहा, ‘‘ हमें तेलंगाना में लोगों का बड़ा समर्थन मिला और राज्य में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ काफी सफल रही। किसान, कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों सभी ने इस यात्रा में हिस्सा लिया और राहुल गांधी के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।’’
यात्रा सोमवार सुबह यहां से एक बार फिर शुरू की गई। यह राज्य में यात्रा का 12वां दिन है। यात्रा के तेलंगाना चरण में चार दिन विश्राम भी किया गया था।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, तेलंगाना में 19 विधानसभा क्षेत्रों और सात संसदीय क्षेत्रों से गुजरने का कार्यक्रम था। महाराष्ट्र में प्रवेश करने से पहले यह 375 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
कन्याकुमारी से सात सितंबर को पदयात्रा शुरू हुई थी, जो अपने 61वें दिन महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के देगलूर में प्रवेश करेगी।
पार्टी की राज्य इकाई ने यात्रा में हिस्सा लेने वालों के लिए देगलूर के कलामंदिर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास स्वागत समारोह आयोजित करने की योजना बनाई है।
स्वागत समारोह के बाद यात्रा सोमवार रात को फिर से शुरू होगी जिसमें पदयात्री ‘एकता मशाल’ लेकर चलेंगे।
कांग्रेस द्वारा साझा किए गए कार्यक्रम के अनुसार, राहुल गांधी महाराष्ट्र की यात्रा के दौरान दो रैलियों को संबोधित करेंगे। पहली रैली नांदेड़ जिले में 10 नवंबर को और दूसरी रैली बुलढाणा जिले के शेगांव में 18 नवंबर को होगी।
यात्रा 14 दिन में राज्य के 15 विधानसभा और छह संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। इस दौरान 382 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी और 20 नवंबर को यह मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी।
यात्रा कार्यक्रम के अनुसार, चार दिन नांदेड़ जिले में पदयात्रा की जाएगी। यह यात्रा 11 नवंबर को हिंगोली जिले में, 15 नवंबर को वाशिम, 16 नवंबर को अकोला और 18 नवंबर को बुलढाणा से गुजरेगी।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने नांदेड़ में रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि यात्रा का मकसद संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले आठ साल में देश ने भ्रष्टाचार, डर और भूख देखी है।’’
उन्होंने देश के लिए चिंता का कारण बनने वाले मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच आमने-सामने की बहस कराए जाने की मांग की।
पटोले ने कहा, ‘‘हमारी यात्रा राजनीतिक नहीं है। इसका लक्ष्य देश के लिए चिंता का सबब बने मुद्दों को सामने लाना है। कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने हमसे संपर्क किया और कहा कि वे यात्रा का समर्थन करते हैं, लेकिन सामने नहीं आएंगे।’’
उन्होंने यात्रा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के शामिल होने के संबंध में किए सवाल पर कहा कि कांग्रेस ने दोनों नेताओं को आमंत्रण भेजा है और वे यात्रा में हिस्सा लेंगे।
कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने पहले बताया था कि यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों के 100 से ज्यादा प्रतिष्ठित लोग हिस्सा लेंगे।
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