कांग्रेस ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर मोदी सरकार पर लगाया पल्ला झाड़ने का आरोप, पूरे देश में वैक्सीन की एक कीमत की मांग की
कांग्रेस ने टीकाकरण से जुड़ी केंद्र सरकार की नयी नीति को लेकर मंगलवार को उस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार ने 45 साल से कम आयु के लोगों के टीकाकरण से पल्ला झाड़ लिया है. मुख्य विपक्षी पार्टी ने सरकार से यह आग्रह भी किया कि पूरे देश में टीकों की एक समान कीमत तय होनी चाहिए.
कांग्रेस (Congress) ने टीकाकरण (Vaccination) से जुड़ी केंद्र सरकार की नयी नीति को लेकर मंगलवार को उस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार ने 45 साल से कम आयु के लोगों के टीकाकरण से पल्ला झाड़ लिया है. मुख्य विपक्षी पार्टी ने सरकार से यह आग्रह भी किया कि पूरे देश में टीकों की एक समान कीमत तय होनी चाहिए. पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह सरकार ‘एक राष्ट्र, एक कर’ और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ में विश्वास करती है, लेकिन (टीकों की) ‘एक राष्ट्र, एक कीमत’ में विश्वास नहीं रखती है.’’ उन्होंने यह भी दावा भी किया कि नयी नीति से केंद्र और राज्यों के अस्पतालों तथा निजी अस्पतालों में कोविड के टीकों की कई कीमतें होंगी. यह भी पढ़ें- Rahul Gandhi Tests Positive For COVID-19: राहुल गांधी भी हुए कोरोना के शिकार, ट्वीट कर लोगों से की ये अपील.
रमेश कहा, ‘‘हम टीकों को लेकर ‘एक राष्ट्र, एक कीमत’ क्यों नहीं कर सकते? मुझे लगता है कि यह वाजिब मांग है.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने आखिरकार मान लिया कि देश में टीके की कमी है तथा मौजूदा नीति में कई दूसरी खामियां हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम नीति को लेकर सकारात्मक बदलावों का स्वागत करते है, लेकिन यह संशोधित नीति भी प्रतिगामी और अनुचित है.’’ चिदंबरम के मुताबिक, संशोधित नीति के तहत राज्यों को जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी और 45 साल से कम के गरीबों को भी खर्च का वहन करना होगा.
उन्होंने कहा कि राज्यों के पास सीमित संसाधन है और वे पहले से ही जीएसटी का राजस्व घटने, कम कर संग्रह होने और केंद्र से मदद कम मिलने के कारण परेशान हैं, ऐसे में टीकाकरण की इस नयी नीति से उन पर अतिरिक्त भार पड़ेगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने आरोप लगाया, ‘‘भारत सरकार जो नयी टीका नीति लेकर आई है, यह निर्मम और निष्ठुर मोदी सरकार का जीता जागता उदाहरण है.’’