देश की खबरें | कांग्रेस अब भाजपा की जीत का भी जश्न मनाती है : केरल के मुख्यमंत्री विजयन

तिरुवनंतपुरम, 19 फरवरी दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हार को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस पर प्रहार करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को आरोप लगाया कि देश की सबसे पुरानी पार्टी अब भाजपा की जीत का भी जश्न मनाती है।

कांग्रेस पर अन्य दलों के साथ मिलकर भाजपा का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हटने का आरोप लगाते हुए विजयन ने कहा कि राहुल ने स्वयं दिल्ली में ‘आप’ के खिलाफ प्रचार अभियान का नेतृत्व किया, जहां कांग्रेस के जीतने की कोई संभावना नहीं थी, और इस तरह उन्होंने भाजपा को सत्ता में आने में मदद की।

विजयन ने स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के 35वें प्रदेश सम्मेलन के तहत आयोजित एक बैठक के दौरान इसके कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘दिल्ली की 70 विधानसभा सीट में से 65 पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, लेकिन आम आदमी पार्टी के भाजपा से चुनाव हारने पर उन्होंने जश्न मनाया। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी हो गई है जो अब भाजपा की जीत का भी जश्न मनाती है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के गलत राजनीतिक दृष्टिकोण ने भाजपा को हरियाणा और महाराष्ट्र में जीत दिलाने में मदद की।

‘इंडिया’ गठबंधन का जिक्र करते हुए विजयन ने कहा कि जिस गठजोड़ ने 2024 के लोकसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करने की भाजपा की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, उसे लेकर कांग्रेस अब सक्रियता नहीं दिखा रही है।

उन्होंने दावा किया, ‘‘यह कांग्रेस ही थी जिसने दिल्ली में आप सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, जिसके कारण केंद्रीय एजेंसियों ने हस्तक्षेप किया और दिल्ली के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री (मनीष सिसोदिया) को गिरफ्तार किया। कांग्रेस ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की भी मांग की। कांग्रेस ने दिल्ली में हमेशा भाजपा का साथ दिया।’’

संघ परिवार के ‘‘देश का भगवाकरण करने के प्रयासों’’ के प्रति एसएफआई सदस्यों को आगाह करते हुए विजयन ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की नयी मसौदा अधिसूचना कुछ और नहीं बल्कि देश के विश्वविद्यालयों पर नियंत्रण करने के उसके एजेंडे का हिस्सा है।

विजयन ने कहा कि अपनी विविधता के बावजूद पूरा देश आजादी की लड़ाई में एक साथ खड़ा था। उन्होंने दावा किया, ‘‘लेकिन केवल एक समूह ने इसमें भाग नहीं लिया और उसके नेताओं ने तत्कालीन ब्रिटिश वायसराय से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया था कि उनका अंग्रेजों के साथ हितों का कोई टकराव नहीं है...।’’

संघ परिवार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यह समूह अब दस्तावेजी ऐतिहासिक तथ्यों से डरता है, क्योंकि यह आजादी की लड़ाई में उनकी भागीदारी नहीं रहने को उजागर करता है और यही कारण है कि वे इतिहास का पुनर्लेखन करना चाहते हैं।

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