कांग्रेस नेता Digvijay Singh का केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर बयान,कहा-देश में लगी है असंवैधानिक Emergency
Digvijay Singh (Photo : X)

भोपाल, 22 मार्च कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश में ‘‘असंवैधानिक आपातकाल’’ लगा हुआ है, जहां विपक्ष और लोकतंत्र की आवाज को दबाया जा रहा है.

राज्यसभा सदस्य सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं (केजरीवाल की) गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं. उनकी गलती यह थी कि वह (विपक्षी) इंडिया गठबंधन के साझेदार बन गए तथा आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली में मिलकर चुनाव लड़ रही है.’’

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार रात केजरीवाल को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया.उनकी गिरफ्तारी की विपक्षी दलों ने आलोचना की है.

यह पूछे जाने पर कि क्या केजरीवाल की गिरफ्तारी उनके अनुसार ‘‘असंवैधानिक आपातकाल’’ के तहत हुई है, सिंह ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, उन्हें इसके तहत गिरफ्तार किया गया है.’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उनकी गलती यह थी कि नोटिस मिलने के बाद भी वह उपस्थित नहीं हुए. उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.’’सिंह ने कहा कि भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब पद पर रहने के दौरान दो मुख्यमंत्रियों को जेल भेजा गया है.

कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर इस वादे के साथ भाजपा में शामिल होने के लिए दबाव बनाया गया था कि उनके खिलाफ मामले खत्म कर दिए जाएंगे, जैसा कि अन्य मामलों में किया गया। लेकिन सोरेन ने जेल जाना पसंद किया.’’

सिंह ने कहा कि कुछ लोग 70 के दशक (के आपातकाल) और वर्तमान समय की तुलना करते हैं.

उन्होंने कहा कि वह आपातकाल एक अधिनियम के तहत लागू किया गया था, लेकिन यह आपातकाल ‘‘असंवैधानिक’’ है जिसके माध्यम से प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को लोगों का दमन करने और जबरन वसूली करने के लिए कहा जा रहा है.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि लोकतंत्र और विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है.

उन्होंने कांग्रेस के बैंक खाते कथित तौर पर ‘फ्रीज’ (लेन-देन पर रोक) करने को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में किस तरह से व्यवधान डाला जाए और कांग्रेस को रास्ते से कैसे हटाया जाए, इसकी कोशिशें जारी हैं.

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की जननी या दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में, लोगों से धन जुटाने वाली कांग्रेस पैसे खर्च करने में असमर्थ है.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)