देहरादून, 23 दिसंबर कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल ने संसद में डॉ. बीआर आंबेडकर के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को केंद्रीय मंत्रिमंडल से निष्कासित करने की सोमवार को मांग की।
सप्पल ने संविधान निर्माता के खिलाफ टिप्पणी के लिए माफी न मांगने को लेकर शाह की आलोचना की।
उन्होंने देहरादून में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “शाह के संसद में बाबा साहेब का अपमान करने से देश सकते में है। इसके बावजूद उन्होंने माफी नहीं मांगी है। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेता उनका बचाव कर रहे हैं।”
सप्पल ने कहा, “यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा की असली मानसिकता को उजागर करता है। वे हमेशा से ही संविधान और उसके निर्माताओं के खिलाफ रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री द्वारा संविधान निर्माता का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सप्पल ने बताया कि कांग्रेस पार्टी गृह मंत्री की टिप्पणी के विरोध में मंगलवार को देशभर में आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेगी और मोदी मंत्रिमंडल से शाह के निष्कासन की मांग को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेगी।
भाजपा के इस आरोप को खारिज करते हुए कि कांग्रेस ने कभी आंबेडकर का सम्मान नहीं किया, सप्पल ने कहा कि आंबेडकर को आजाद भारत के पहले मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया गया, 1967 में कांग्रेस ने संसद परिसर में उनकी पहली प्रतिमा स्थापित की और दिल्ली में उनका स्मारक बनाने का प्रयास भी मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने ही शुरू किया था।
आरएसएस पर संविधान और आंबेडकर का हमेशा विरोध करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि संघ के स्वयंसेवकों ने हिंदू कोड बिल के विरोध में देशभर में संविधान निर्माता के पुतले फूंके थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)