तिरुवनंतपुरम, 3 मार्च : कांग्रेस नेता वी डी सतीशन ने रविवार को वायनाड में केरल पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में एक छात्र की हाल ही में हुई मौत की सीबीआई जांच की मांग की. सतीशन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को लिखे पत्र में कहा कि 18 फरवरी को 20 वर्षीय सिद्धार्थन जे. एस. पर क्रूरतापूर्ण हमले के चलते उसकी मौत होने की बात विश्वविद्यालय से सामने आ रही है. सतीशन ने कहा कि उनके माता-पिता आरोप लगा रहे हैं कि एसएफआई नेताओं के नेतृत्व में एक भीड़ ने उन्हें बिना खाना या पानी दिए कई दिनों तक उनका उत्पीड़न किया और बेरहमी से हमला करके उसे मार डाला तथा फंदे से लटका दिया. उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है कि शिक्षक भी इस क्रूरता का हिस्सा थे.
विधानसभा में विपक्ष के नेता सतीशन ने यह भी आरोप लगाया कि जिले के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेताओं ने जांच अधिकारियों को धमकी दी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस जांच में गंभीर खामियां थीं और उन्होंने (पुलिस ने) मामले में आरोपियों को बचाने का प्रयास भी किया. सतीशन ने कहा, ‘‘हम पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं कर सकते. केरल में ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए. परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है. राज्य सरकार को सभी कारकों पर विचार करना चाहिए और घटना के पीछे के तथ्यों और साजिश को सामने लाने के लिए मामले को सीबीआई को सौंप देना चाहिए."
पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन स्नातक के दूसरे वर्ष का छात्र सिद्धार्थन 18 फरवरी को अपने छात्रावास के बाथरूम में लटका हुआ मिला था. यह भी पढ़ें : Derek O’Brien on Pawan Singh: पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार पर TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन का तंज, कहा- ‘खेला शुरू होने से पहले ही यह खेला होबे है”
पुलिस ने मामले में सभी 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आज उनमें से 15 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. छात्र के अभिभावकों ने दावा किया है कि उसके कॉलेज के कुछ साथियों ने उन्हें बताया कि एसएफआई के कुछ स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उसे पीट-पीटकर मार डाला. पिता ने दलील दी कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उनके बेटे के शरीर पर चोट के निशान थे और वह खाली पेट था, जिससे पता चलता है कि उसे बेरहमी से पीटा गया था और कुछ भी खाने को नहीं दिया गया था.
माता-पिता के दावों के बाद, राज्य में राजनीतिक हलचल मच गई क्योंकि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में सत्तारूढ़ (माकपा) की छात्र शाखा एसएफआई पर सिद्धार्थन की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया. स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने आरोपों से इनकार किया है. पुलिस ने शुरुआत में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया था, बाद में 18 छात्रों पर भारतीय दंड संहिता और केरल रैगिंग निषेध अधिनियम के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने, खतरनाक हथियारों या साधनों से जानबूझकर चोट पहुंचाने सहित विभिन्न अपराधों के लिए मामला दर्ज किया था.