नयी दिल्ली, छह जनवरी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते अरविंद केजरीवाल के छह फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आधिकारिक आवास के नवीनीकरण में 'बड़ा घोटाला' हुआ है।
पार्टी ने यह भी कहा कि फरवरी में संभावित दिल्ली विधानसभा चुनाव में यह प्रमुख मुद्दों में से एक होगा।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में अपनी दो जनसभाओं में भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दावा किया कि कैग की रिपोर्ट यह भी संकेत देती है कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने विभिन्न कार्यक्रमों के विज्ञापनों पर उनके क्रियान्वयन पर हुए खर्च के मुकाबले कहीं अधिक खर्च किया।
उन्होंने कहा, “आवास और राजनीतिक दुकान पर खर्च लेकिन लोगों पर कोई खर्च नहीं। यही अरविंद केजरीवाल की पार्टी की हकीकत है। लेकिन दिल्ली के लोग देख रहे हैं और सुन रहे हैं, और वे निश्चित रूप से (आगामी) चुनावों में जवाब देंगे।”
भाजपा के आरोपों पर आप की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कैग रिपोर्ट के निष्कर्षों का हवाला देते हुए पात्रा ने दावा किया कि केजरीवाल के पिछले सरकारी आवास को ‘पुनर्निर्माण’ करने की लागत शुरू में अनुमानित 7.61 करोड़ रुपये थी, लेकिन इसे ‘बार-बार’ संशोधित किया गया और विभिन्न चरणों में बढ़ाया गया तथा सलाहकारों को भुगतान का कोई औचित्य नहीं था।
पात्रा ने दावा किया कि अप्रैल 2022 में केजरीवाल के 'शीश महल' के निर्माण के लिए 33.66 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था, जो 7.61 करोड़ रुपये के शुरुआती अनुमान से 342.31 प्रतिशत अधिक था।
भाजपा पिछले कुछ समय से केजरीवाल पर निशाना साधने के लिए 'शीश महल' शब्द का इस्तेमाल कर रही है।
पात्रा ने कहा, “आप हैरान होंगे। कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि पीडब्ल्यूडी ने केजरीवाल के घर को फिर से तैयार करने का प्रस्ताव देते हुए कहा था कि दो मंजिला घर बनाने के लिए मौजूदा एक मंजिला इमारत को ध्वस्त किया जाएगा। प्रस्ताव को एक दिन के भीतर स्वीकार कर लिया गया।"
उन्होंने कहा, "हमने कहीं भी इतने बड़े घोटाले के बारे में नहीं सुना है।"
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा कैग रिपोर्ट के निष्कर्षों को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाएगी, पात्रा ने कहा, ''वास्तव में यह मुख्य मुद्दा है क्योंकि कैग रिपोर्ट साधारण नहीं होती। दिल्ली के लोग अब सब कुछ जानते और समझते हैं।"
भाजपा नेता ने यह भी दावा किया कि रिपोर्ट में कहा गया है कि परियोजना के लिए सलाहकारों का चयन बिना किसी खुले विज्ञापन के 'स्पॉट कोटेशन' के माध्यम से किया गया था।
उन्होंने दावा किया कि कैग ने कहा है कि सलाहकारों का चयन 'चयन के आधार या विशिष्टता के बिना' किया गया था।
पात्रा ने दावा किया कि पीडब्ल्यूडी ने 'बिना किसी अनुमति के' अपने आप निर्मित क्षेत्र को 1,397 वर्ग फुट से बढ़ाकर 1,905 वर्ग फुट कर दिया और प्रारंभिक अनुमानों को संशोधित करने के अलावा पानी के नल, शौचालय लगाने जैसे विनिर्देशों में भी बदलाव किया।
उन्होंने यह भी कहा कि कैग ने अपनी रिपोर्ट में निविदा प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं, जिसमें बोली लगाने वालों की मनमानी शॉर्टलिस्टिंग और खुली प्रतिपादन प्रक्रिया को दरकिनार करने का संज्ञान लिया गया है, जिसके कारण (दिल्ली) सरकार को प्रतिस्पर्धी दर नहीं मिल सकी।
भाजपा के कालकाजी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी द्वारा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पर उनके उपनाम को लेकर निशाना बनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर पात्रा ने कहा कि पार्टी हर राजनीतिक नेता के माता-पिता का सम्मान करती है, चाहे उनका राजनीतिक जुड़ाव कुछ भी हो।
उन्होंने कहा, "हम सभी का सम्मान करते हैं। भाजपा माता-पिता के खिलाफ नहीं, बल्कि मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। और कैग रिपोर्ट केजरीवाल के भ्रष्टाचार का एक दस्तावेज है।"
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